विश्व में जन्मदाता मां का प्रेम सच्चा एवं निःस्वार्थ - ऋृषभ मंडल
एसडीएम मुनिदेव यादव बोले की नारी समाज व परिवार की धुरी
भुसावर (भरतपुर, राजस्थान/ रामचन्द सैनी) वैर-भुसावर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सप्ताह का शुभारम्भ किया गया उप तहसील हलैना के र्कावाहक प्रभारी ,भरतपुर शहर के सहायक कलक्टर तथा प्रशिक्षु आईएएस ऋृषभ मंडल ने कहा कि विश्व में जन्मदाता मां का प्रेम सच्चा एवं निःस्वार्थ होता है,अन्य प्रेम दिखावा एवं मतलवी होते है। ये वाक्या प्रशिक्षु आईएएस ऋृषभ मंडल ने मुख्य अतिथि की हैसियत से 8 मार्च को सुबह 8.30 बजे कस्वा वैर स्थित पी.डी.कन्या काॅलेज परिसर में प्रशासन, लुपिन फाउन्डेशन एवं पी.डी.काॅलेज द्वारा संयुक्त रूप मनाए अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस तथा महिला सप्ताह का शुभारम्भ करते हुए कहे,उन्होने कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है,वहां देवी-देवता का निवास होता है और उस देश का विकास होता है,समाज व परिवार में खुशहाली आती है। ऐसा देश है भारत है,जहां नारी की पूजा होती है और समाज व परिवार में सम्मान मिलता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते भुसावर-वैर उपखण्ड के एसडीएम मुनिदेव यादव ने कहा कि नारी समाज व परिवार की मुख्य धुरी है,जो समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर तथा परिवार का कल्याण करने में मुख्य भूमिका अदा करती है। उन्होने कहा कि नारी देश व समाज में पुरूष वर्ग की बराबरी का अधिकार मिला हुआ है,जिसका शिक्षित नारी लाभ ले रही है,कई जिले में 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं जनप्रतिनिधी एवं सरकारी अधिकारी व अन्य लाभकारी पद पर कार्यरत है। उन्होने कहा कि देश व समाज में व्याप्त बुराईयां समाप्त एवं उत्थान करने के लिए नारी का शिक्षित होना अति-जरूरी है,शिक्षित नारी ही समाज में मुख्य भूमिका अदा कर सकती है,जिसका इतिहास गवाह है। महाराजा सूरजमल ब्रज विश्वविद्यालय की प्रबन्ध कार्यकारी के पूर्व सदस्य एव पीडी काॅलेज के प्राचार्य डाॅ.पवन धाकड ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या एव ंदहेज प्रथा समाज को कंलकित करती है,जिसका सभी को मिल कर विरोध करना होगा,शिक्षा ही दहेज है और बिटिया ही घर का चिराग है,जो एक ही नही दो परिवार तथा समाज का कल्याण करने में अहम भूमिका अदा करती है। लुपिन के ब्लाॅक काॅर्डिनेटर नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि लुपिन फाउन्डेशन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता एवं आरपीएम डाॅ.राजेश शर्मा के निर्देशानुसार उपखण्ड वैर-भुसावर में अन्तर राष्ट्रीय महिला दिवस को सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका शुभारम्भ कस्वा वैर से किया गया,पहले दिन क्विज प्रतियोगिता एवं नारी का समाज में भूमिका एवं नारी के अधिकार आदि विषय पर गोष्ठी हुई, जिसमें रविन्द्रसिंह, राजेन्द्रसिंह, धनवीरसिंह, शिवसिंह धाकड, विष्णु मित्तल आदि ने विचार प्रकट किए।