ब्रज के पर्वतों को गोचारण क्षेत्र बना विकसित किया जाए विश्व का सबसे बड़ा गौ-अभ्यारण - गौरक्षा पंचायत
ब्रज के दोनों पर्वतों को खनन मुक्त करने राज्य सरकार को सहमत करने एवं ब्रज क्षेत्र में सम्पूर्ण गो रक्षण व संवर्धन के लिए हर संभव प्रयास करूंगा - विधायक वाजिब अली
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) कनकाचल व आदिबद्री पर्वत को खनन मुक्त कर संरक्षित करने के लिए जारी आंदोलन के 233 वे दिन ड़ीग के गांव पसोपा में धरना स्थल पर एक विशाल गौ रक्षा सम्मेलन एवं पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामवासियों, साधु संतों, ब्रज प्रांत के 200 से अधिक गौ सेवकों एवं समाज के कई प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया। संरक्षण समिति के संरक्षक राधाकान्त शास्त्री ने बताया कि गौ रक्षा पंचायत में उपस्थित सभी लोगों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है की ब्रज के सभी पर्वतों पर स्वतन्त्र रूप से गौचारण के लिए अनुमति दी जाए एवं कनकाचल व आदिबद्री पर्वत को अविलंब खनन मुक्त एवं संरक्षित घोषित किया जाए ताकि गोवंश के विचरण के लिए इन पर्वतों को उपयोग में लाया जाए।
समिति के महासचिव सुनील सिंह ने कहा कि ब्रज पर्वत एवं संरक्षण समिति द्वारा संपूर्ण ब्रज में गौ सरंक्षण व संवर्धन के लिए गोपालको को गो संवर्धन के आधुनिक व पारंपरिक प्रणाली द्वारा प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए सरकार और जिला प्रशासन आवश्यक सुविधाएं एवं व्यवस्था की उपलब्धता करवाएं । इससे ब्रज प्रांत के गोपालक पारम्परिक व आधुनिक तकनीक से गौ संवर्धन का कार्य दक्षता के साथ पूर्ण कर सकेगें । इसके लिए ब्रज प्रांत की श्रीमाताजी गौशाला, जहां 55 हजार से अधिक गोवंश का पालन किया जा रहा है उसके गौ सेवक व गो चिकित्सक इन कार्यशालाओं में आकर निशुल्क प्रशिक्षण व अपनी सेवाएं देंगे। पंचायत में सरकार से मांग की गई है कि गौ संरक्षण व संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ब्रज क्षेत्र में गौवंश के स्वतंत्र विचरण के लिए सरकार द्धारा ब्रज के पर्वतीय क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय गो अभ्यारण का निर्माण किया जाए।
जिसमें लाखों की संख्या में गोवंश निर्भीक व स्वतंत्र होकर विचरण कर सके। इससे गोवंश द्वारा किसानों की फसल खराब होने की समस्या का भी समुचित समाधान हो सकेगा। साथ ही इस गो अभ्यारण को एक विशेष पर्यटन व इकोलॉजिकल पार्क के रूप में भी विकसित किया जाए जिससे विश्व भर से लोग यहां आकर ब्रज की संस्कृति, ब्रज के प्राकृतिक सौंदर्य, पर्यावरण व असंख्य गोवंश का दर्शन कर सकें । इसके लिए मान मंदिर सेवा संस्थान, श्री माताजी गोशाला, श्री ब्रज कामद सुरभि वन एवं शोध संस्थान जैसी देश विख्यात संस्थाएं आगे आकर राज्य सरकार के साथ पूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
नगर के विधायक वाजिब अली जो अपरिहार्य कारणों से गौ रक्षा सम्मेलन में सम्मिलित ना हो सके। उन्होंने सम्मेलन व पंचायत को अपने फोन से संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि वह ब्रज के पर्वतों, गोवंश के संवर्धन और संरक्षण के लिए हर संभव कार्य करेंगे एवं ब्रज के पर्वतों को खनन मुक्त करने की साधु संतों व ब्रजवासियों की मांग को पूरा करने के लिए सरकार को हर प्रकार से सहमत करने का प्रयास करेंगें । गौ रक्षा सम्मेलन की अध्यक्षता मान मंदिर के अध्यक्ष एवं प्रख्यात कथा प्रवक्ता संत रामजी लाल शास्त्री ने की। इस पंचायत में प्रमुख रूप से आदिबद्री के महंत शिवदास, प्रसिद्ध गौ संत गोपेश बाबा, मान मंदिर के सचिव ब्रजदास, साध्वी दया साध्वी तुंगविद्या, सक्रिय सदस्यता अभियान के संयोजक ब्रजकिशोर बाबा, सर्वर्श्वर दास, किशन चौधरी, बबलू, नाहरसिंह, निरंजन पंडित, शिवराम पहलवान, सीताराम भगत आदि गो रक्षकों ने अपने विचार रखे । गौ रक्षा पंचायत के अंत में एसडीएम हेमंत कुमार को पंचायत के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। धरना स्थल पर आयोजित भागवत कथा के पांचवे दिन गिरिराज पूजन का आयोजन किया ।धरना स्थल पर आज हनुमान बाबा, विजयदास बाबा, दीनदयाल दास बाबा, निवृतिदास बाबा व मुन्ना बाबा क्रमिक अनशन पर बैठे ।