मधुमक्खी पालन सेमीनार का हुआ आयोजन
वैर भरतपुर राजस्थान
कार्यालय उप निदेशक उद्यान भरतपुर द्वारा, राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन सेमीनार का आयोजन, किया गया। सेमीनार में भरतपुर जिले के 200 किसानों ने भाग लिया।
रतन कुमार स्वामी, अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सेमीनार में मधुमक्खी पालन तथा शहद के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारी अनियमित दिनचर्या के कारण दैनिक जीवन में शहद की महत्ता बढ़ती जा रही है इसलिए किसान भाई मधुमक्खी पालन भी शुरू करें।
योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर संभाग ने किसानों को बताया कि बदलते परिवेश में किसानों के लिए मधुमक्खी पालन एक तरह से जरूरी हो गया है। शर्मा ने बताया कि मधुमक्खी पालन से ना केवल शहद, मोम, राॅयल जैली, और पराग (पोलन) मिलते हैं बल्कि मधुमक्खी से प्राप्त होने वाले विष से केंसर, गठिया, एचआईवी, दर्द, जैसी बीमारियों के बचाव के लिए उपयोगी दवाई भी तैयार की जाती है। वर्तमान में मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। जनक राज मीणा उप निदेशक उद्यान ने सेमीनार के उद्देश्य, आवश्यकता तथा महत्व के बारे में बताया
सेमीनार को अतिरिक्त निदेशक कृषि देशराज सिंह, कृषि महाविद्यालय के डीन,डॉ उदयभान सिंह, नेशनल बी बोर्ड के डॉ संजीव कुमार तोमर, केवीके हिंडौन के डॉ शंकर लाल कस्वा, डॉ कृष्णावतार मीणा, हरेंद्र सिंह, इत्यादि ने भी संबोधित किया।