जिसे अपनों ने ठुकराया उसे पुलिस ने दिलाया अपनाघर आश्रम में सहारा
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी)। जिस महिला को अपनो ने व समाज ने ठुकराया उसे बेसहारा महिला को पुलिस ने प्रयास कर अपनाघर में सहारा दिलवाया। यह वाक्या है बयाना कस्बे का जहां बीती रात्रि को एक लावारिस महिला ठिठुरती सर्दी में भटकते भटकते अपने दुधमुहे बच्चे के साथ कस्बे की अनाज मंडी स्थित धर्मशाला पहुंची। जिसे रात्रि को धर्मशाला में आश्रय मिल गया। किन्तु सुबह होते ही धर्मशाला कमेटी के लोगों ने पुलिस को सूचना देकर इस महिला को अधिक समय धर्मशाला में रखने से इंकार कर दिया और पुलिस से अपने साथ ही ले जाने का आग्रह किया। महिला कांस्टेबल के साथ पहुंचे सहायक पुलिस उपनिरीक्षक निर्भयसिंह महिला पुलिस कांस्टेबल की सहायता से इस लावारिस महिला को थाने ले आए। जहां उसे भोजन पानी व आवश्यक सहायता भी उपलब्ध कराई। वहीं कस्बे के एक दो लोगों की ओर से महिला व उसके बच्चे को सर्दी से बचाव के लिए कुछ कपडे भी उपलब्ध कराए। पुलिस को लावारिस महिला ने बतया कि वह दिल्ली के शास्त्री नगर की रहने वाली है। उसे मायके व ससुराल वालों ने भी ठुकरा दिया है और वह काफी समय से इधर उधर भटक रही है। महिला की परिस्थिती को देखते हुए पुलिस ने अपना घर सेवा समिती के स्थानीय कार्यकर्ताओं व अपनाघर आश्रम भरतपुर के संचालकों से सम्पर्क कर इस लावारिस महिला को अपनाघर आश्रम भरतपुर भेजा है। जहां इस महिला व उसके छोटे बच्चे की समुचित परवरिश व देखभाल की जाएगी। अपनाघर सेवा समिती के कार्यकर्ताओं ने बताया कि महिला के रिश्तेदारों व परिजनों से सम्पर्क कर व उन्हें समझाबुझा कर छोटे बच्चे के भविष्य को देखते हुए इस महिला को उनके सुपुर्द करने का भी प्रयास किया जाएगा।