फौजी से सरपंच का सफर करने वाले चले गए अनंत यात्रा पर, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
मेहरू कलाँ ( अजमेर, राजस्थान/ बृजेश शर्मा) फौजी से सरपंच बनने तक का सफर तय करने वाले नेता महेन्द्र सिंह राठौड़ इस दुनिया से अलविदा करके अनन्त यात्रा की ओर चले गए। उनका शुक्रवार को निधन हुआ था और शनिवार को सुबह में पार्थिव देह पंच तत्व में विलीन हो गई, मोक्षधाम पर सभी धर्म-जाति के सेंकडो लोगों की मौजूदगी में उनके ज्येष्ठ पुत्र चंद्र सिंह उर्फ बबलू ने मुखाग्नि दी।
इससे पहले शनिवार को सुबह उनके आवास से बैण्ड बाजे के साथ उनके पार्थिव शव का बैकुंठी निकाला गया। अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए गांवों से भी काफी लोग आए थे। उनके अंतिम दर्शन के लिए बाजार में तथा घरों की छत पर काफी संख्या में लोग जमा हुए। उन्होंने अपने सरपंच के पार्थिव शव पर गुलाल व पुष्प वर्षा करके अंतिम विदाई दी।
गौरतलब है कि तीन दशक पूर्व सक्रीय राजनीति में आए राठौड़ ने फ़ौजी से सरपंच बनने तक का राजनीतिक सफर तय किया था। वे पूर्व में दो बार सरपंच रहे ये राठौड़ का तीसरा कार्यकाल था।