संगम विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय ओरिएंटेशन एंड इंडक्शन कार्यक्रम शुरू
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) भीलवाड़ा के स्थानीय संगम विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय ओरियंटेशन एंड इंडक्शन कार्यक्रम की शुरुआत आज विधि विधान से स्थानीय पुस्तकालय हॉल में प्रारंभ किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन के साथ हुआ ।
आयोजन कमेटी प्रबंधन विभाग डिप्टी डीन डॉ. विभोर पालीवाल ने बताया कि यह तीन दिवसीय ओरियंटेशन एंड इंडक्शन कार्यक्रम हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है । इस कार्यक्रम में दिल्ली से ऑनलाइन शिरकत डॉ. आलोक जी मिश्रा ,(ज्वाइंट सेक्रेट्री एसोसिएशन ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी ) रहे, अनुराग सोनी जी (संगम इंडस्ट्री बोर्ड ऑफ मेंबर ) ऑन लाइन जुड़े थे, तथा मंच पर कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना, रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता तथा प्रबंधन विभाग के डिप्टी डीन डॉ.विभोर पालीवाल थे । 3 घंटे संचालित इस कार्यक्रम में अध्ययन -अध्यापन को लेकर अनेक प्रेरणाप्रद उद्बोधन दिए गए ,अतिथियों के स्वागत के पश्चात विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने अपने उद्बोधन में बताया कि," किसी भी संस्था का जो पहला दिन होता है ,वह हमारे जीवन में अविस्मरणीय होता है । " उन्होंने स्टिंफन रॉबिन के पुस्तक का संदर्भ देते हुए बताया कि ,"यदि कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में विद्यार्थी के मूल मंत्रों को अपना ले तो उसे फिर आगे के जीवन में कभी ठोकर का सामना नहीं करना पड़ता है ।" दिल्ली से ऑनलाइन जुड़े डॉ. आलोक मिश्रा ज्वाइंट सेक्रेट्री एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया न्यू दिल्ली ने ज्ञानात्मक उत्प्रेरण की बात कहते हुए बाल मनोविज्ञान ,शिक्षा मनोविज्ञान और प्रबंध मनोविज्ञान पर अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि ,"सच्चा विद्यार्थी सिर्फ विद्या अर्जन करता है और किसी भी बातों का ध्यान नहीं रखता है ।"
काक चेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च । अल्पाहारी गृह त्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम् ।।
की अवधारणा को मानना आवश्यक है। रजिस्ट्रार प्रोफ़ेसर राजीव मेहता ने अपने उद्बोधन में विश्व विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों का नाम लेते हुए बताया कि ,"विश्वविद्यालय में अत्यंत सुसंस्कृत प्रभावशाली व्याख्याता जनों की टीम है । अत्यंत कर्मठ नॉन टीचिंग स्टाफ है । तथा विश्व स्तरीय लैब, स्पोर्ट्स आदि की सुविधाएं हैं । यहां के विद्यार्थी विदेशों में बहुत बड़े-बड़े पैकेज पर काम कर ,संगम विश्वविद्यालय का और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं । ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट सेल से अनुराग शर्मा ने अपने उद्बोधन में ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल के क्रियाकलापों के बारे में बताया ,स्वाध्याय पर उन्होंने जोर दिया , रोजगार उन्मुख विषयों को चयन करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया । डॉ.प्रीती मेहता ने स्टूडेंट क्लब के बारे में बताते हुए विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न सांस्कृतिक साहित्यिक और खेलकूद प्रतियोगिता हेतु बनाई गई क्लब के बारे में जानकारी दी और बताया कि विद्यार्थियों को इस क्लबों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके । कोई भी विद्यार्थी अपने डिग्री से जितना नहीं जाना जाता है उतनी वह अपनी प्रतिभा से जाना जाता है । विश्वविद्यालय के डिप्टी डीन डॉ.राकेश भंडारी, डॉ. हरीश नागर ,मार्केटिंग हेड अमित जैन परीक्षा नियंत्रक डॉ.जगभूषण शर्मा,प्रवीण सोनी , डा.अर्चना अग्रवाल , तथा विश्व विद्यालय के समस्त विभागों के व्याख्याता गण उपस्थित थे । कार्यक्रम में अंशुल शर्मा ने गीत गए ,वैभव रजा ने स्वरचित कविता सुनाई, आदित्य सुराणा ने सुंदर गीत गाए ,आयुषी वैष्णव ने भी अत्यंत सुंदर गाना गाकर दर्शकों को विभोरित किया ,प्राची राठी ने अपने अनुभव साझा किए, अरमान शेख ने भी अपने अनुभव साझा किए ,इस कार्यक्रम में मैनेजमेंट की व्यवस्था टीम में डॉ. सोनू चौधरी, डॉ. ज्योति दशोरा ,डॉ.रेखा स्वर्णकार, डॉ. आसिफ परवेज, नेहा भंडारी ,नेहा सभरवाल ,अक्षत शर्मा ,सुरभि बिड़ला ,डॉ.हित करण सिंह राणावत , पूनम चौहान ,डॉ.विकास सोमानी, डॉ.अवधेश कुमार जौहरी , लेफ्टीनेंट राजकुमार जैन,विक्रम भाटी, महावीर पारीक ,रविशंकर ,प्रकाश बीस्ट आदि ने कार्यक्रम को संचालित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अंत में कार्यक्रम का आभार अक्षत शंकर शर्मा ने व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ.निधि भटनागर,नेहा सभरवाल ने किया।