ऑनलाइन ठगी का ठगों ने निकाला नया तोड़ युवतियों के नाम रख फँसाते है अपने जाल में
प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया पर बेहद लुक वाली युवतियों की लगाते है पिक।मॉर्डन लोग विशेषकर युवतियों और महिलाओं से फ्रेंडशिप करने के तगड़े शौकीन है।इसी शौक के चलते पुरुष वर्ग को सहज ही ठगी का शिकार भी बनाया जा सकता है और पुलिस से भी बचा जा सकता है।
अलवर
अरावली विहार थानाप्रभारी जहीर अब्बास की टीम के सदस्य हेडकांस्टेबल उमरदीन,कांस्टेबल राजाराम,करतार सिंह,मुरारी,इरशाद मोहम्मद और रामकुमार ने अफजल,मुबारिक को गिरफ्तार किया है जबकि इनका एक साथी इजाजुल उर्फ कल्लू फरार हो गया।
गिरफ्तार से पूर्व एक कांस्टेबल ने बोगस ग्राहक बन इन आरोपियों से बातचीत की और विश्वास हासिल करने के लिए जानबूझकर ठगी का शिकार हो गया।इसके बाद आरोपियों के दौसा से अलवर आने की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल आरोपियों ने आदमी की नब्ज टटोलकर ऑनलाइन ठगी का नया रास्ता अपनाया है।आरोपी ठीक तरीके से जानते है मॉर्डन लोग विशेषकर युवतियों और महिलाओं से फ्रेंडशिप करने के तगड़े शौकीन है।इसी शौक के चलते पुरुष वर्ग को सहज ही ठगी का शिकार भी बनाया जा सकता है और पुलिस से भी बचा जा सकता है।आरोपी फेसबुक पर दिव्या शर्मा,रिया यादव,रिया शर्मा और अन्य नामों से आईडी बनाते है इसी प्रकार व्हाट्सएप पर भी करते है।और डीपी में प्रभावशाली चेहरे की पिक लगाकर फ्रेंडशिप के शौकीन लोगों को फ्रेंड बनने की रिक्वेस्ट भेजते है।फिर शुरू होता है बेवजह की लीपापोती-चुपड़ी बातों का सिलसिला।आरोपी अपने जाल में फंसाने के लिए काफी हद तक गिर कर अश्लील बातें करते है और अश्लील किलिप दिखाते है।अब आरोपी अब तक हुई इन्ही अश्लील बातों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर मोटी रकम ऐंठते है।मजबूरन अपनी हरकतों के सार्वजनिक होने के भय से आरोपियों को मोटी रकम चुपचाप ऑनलाइन ट्रांसफर कर देते है।।
इधर,थानाप्रभारी जहीर अब्बास ने आमजन को सुझाव दिया है कि वे सोशल मीडिया पर परिचितों से ही मित्रता अवश्य करें लेकिन किसी प्रलोभन में प्रभावशाली पिक से प्रभावित होकर मित्रता से दो गज की दूरी अवश्य बनाए।अन्यथा ठगी के शिकार जरूर हो सकते है
राजीव श्रीवास्तव