दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में दी किसानों को प्राकृतिक खेती के संबंध में उपयोगी जानकारी
ड़ीग -(भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) लुपिन फाउंडेशन डीग की ओर से गॉव कुचावटी में पूर्व सरपंच चंदन सिंह की अध्यक्षता में दो दिवसीय प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें गॉव के 40 किसानो ने भाग लिया। कार्यक्रम में भरतपुर से आये कृषि विशेषज्ञ भीमसिंह एवम अभय चौधरी द्वारा किसानों को प्राक्रतिक खेती के बारे में विस्तार से बताया गया जिसमें बीजामृत, जीवामृत, घनामृत, अग्निअसत्र, आदि के बारे में जानकारी दी गई व साथ ही किसान को इन सभी घोलो को बनाकर बतलाया गया। जीवामृत बनाने के लिये गाय का गोबर, गोमूत्र, बेसन, गुड़ आदि का उपयोग किया जाता है और इसका उपयोग भूमि सुधार के लिए किया जाता है। बीजामृत बनाने के लिए गाय का गोबर, गोमूत्र, चूना आदि का उपयोग किया है इसका उपयोग बीजो उपचार में किया जाता है। अग्निअस्त्र बनाने के लिये लहसुन, हरी मिर्च, अदरक, सूखी तम्बाकू एवम गोमूत्र का उपयोग किया जाता है इसका उपयोग बाहरी कीट नाशको के लिए किया जाता है। लुपिन संस्था के वरिष्ठ परियोजना समन्वयक सुरेशचंद गुप्ता ने सभी किसानो की कृषि से संबंधित सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जिससे अधिक से अधिक किसान सरकारी योजनाओं का लाभ ले सके। कार्यक्रम में अंशुल गुप्ता ने संस्था द्धारा संचालित सभी गतिविधियों के बारे में बतलाया जिसमे आंखों के निःशुल्क ऑपरेशन, बेरोजगारों को स्वरोजगार एवम अन्य सामाजिक योजनाओ को बतलाया गया। कार्यक्रम में रिंकू भल्ला, चंदन जी एवम अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।