1100 किलोमीटर साइकिल चलाकर युवक गोविन्दगढ़ पहुचे 4 युवा
केंद्र व राज्य सरकारें मजदूरों को अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचाने का दावा कर रही हैं वही कल 22 मई को गोविंदगढ़ में रायपुर छत्तीसगढ़ से लगभग 100 किलोमीटर आगे से चार युवक लखबीर सिंह संटी जसविंदर आकाश साइकिल से चलकर गोविंदगढ़ कस्बे में पहुंचे इस दौरान इन युवकों के द्वारा लगभग 1100 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया गया था
गोविन्दगढ़ अलवर
गोविंदगढ़ अलवर पूरे देश में जहां प्रवासी मजदूरों का आना-जाना लगा हुआ है वही केंद्र व राज्य सरकारें मजदूरों को अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचाने का दावा कर रही हैं वही कल 22 मई को गोविंदगढ़ में रायपुर छत्तीसगढ़ से लगभग 100 किलोमीटर आगे से चार युवक लखबीर सिंह संटी जसविंदर आकाश साइकिल से चलकर गोविंदगढ़ कस्बे में पहुंचे इस दौरान इन युवकों के द्वारा लगभग 1100 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया गया था यह युवक 18 मई को रायपुर से करीब 100 किलोमीटर आगे से चले थे यूवको ने बताया कि जहां यह लोग कार्य कर रहे थे वहां मालिकों के द्वारा रहने का खर्चा मांगा जाने लगा था इस पर उन्हें अपने घर जाने के अलावा कुछ नहीं सूझा और अपने पास बची जमा पूंजी से साइकिल खरीद कर वह अपने घरों को चल दिए युवकों ने बताया कि अभी उन्हें लगभग 425 किलोमीटर और आगे बरनाला पंजाब पहुंचना है जहां के वे निवासी हैं
गोविंदगढ़ में पहुंचने पर युवकों को सुभाष खेड़ापति के द्वारा भोजन करवाया गया और साथ ही उन्हें कपड़े भी दिए गए इस दौरान युवकों के द्वारा छत्तीसगढ़ से चलकर एमपी यूपी फिर राजस्थान और हरियाणा के बाद पंजाब में पहुंचना है युवकों के द्वारा 6 राज्यो में से निकलना है और जहाँ सरकार ये दावे कर रही है कि उनके द्वारा प्रवासी मजदुरो की सहायता कर पहुचाया जा रहा है तो ये सब देख कर हर नागरिक सोचने पर मजबूर है क्योंकि अपने भाइयो को इस प्रकार मजबूर कभी नही देखा जो लोग अपने रोजीरोटी को छोड़ कर बेरोजगार होकर अपने घरों की ओर जा रहै है उन्हें सबसे पहले अपनी रोजी रोटी की चिंता हो रही है
यही सबसे बड़ी चुनोती सरकारों के सामने भी है क्योंकि जिन सभी राज्यो के लोग अपने गृह राज्यो में पहुच रहे है उन्हें रोजगार भी राज्यो को देना होगा।
अमित खेड़ापति