चिड़वाई में दहेज के लालची दूल्हे व पिता को गांव ने सिखाया सबक
दहेज के लालची दूल्हे व पिता को गांव ने सिखाया सबक दहेज के लोभीयों ने बारात ना लाने की धमकी देकर मांगा था ट्रैक्टर
अलवर
गोविंदगढ़ के समीपवर्ती गांव चिड़वाई में नौगांवा क्षेत्र के गांव कर्मला से गुरुवार को बारात आनी थी निकाह में वधू पक्ष के द्वारा मोटरसाइकिल दी जा रही थी लेकिन ऐन वक्त पर वर पक्ष के द्वारा बारात नहीं लाने की धमकी देकर ट्रैक्टर की मांग की गई ऐसे में गरीब वधू पक्ष के साथ पूरा गांव एकजुट होकर खड़ा हो गया और बेटी का दूसरी जगह रिश्ता कर विदा कर दिया फिर गांव वालों ने दहेज के लोभी परिवार को ट्रैक्टर देने की शर्त मान लेने की बात कहकर गुरुवार को बुला लिया और दूल्हे और उसको पिता को गांव में बिठाकर शादी से पहले ली गई बाइक की कीमत भी वापस ले ली जहां सूचना पर पहुंची पुलिस के मौके पर पहुंचने से पूर्व ही दोनों पक्षों में समझौता हो चुका था
प्राप्त जानकारी के अनुसार चिड़वाई गांव निवासी आसम खान की चचेरी बहन का विवाह नौगांवा क्षेत्र के कर्मला निवासी शेर मोहम्मद के पुत्र हमीद के साथ तय हुआ था जिन की बारात गुरुवार को आ रही थी लेकिन बारात आने से 1 दिन पहले ही वर पक्ष ने दहेज में फार्मट्रेक ट्रेक्टर देने की बात कही यह सुनते ही गरीब परिवार में बेचैनी का माहौल हो गया क्योंकि वधू पक्ष 5 दिन पहले ही शादी में देने के लिए मोटरसाइकिल खरीद कर लाया था लेकिन जब गांव वालों ने यह बात सुनी तो पूरा गांव वधू पक्ष के साथ खड़ा हो गया और गांव वालों के सहयोग से परिवार ने बुधवार देर रात को ही किशनगढ़ थाना क्षेत्र के माचा औदरा निवासी खुर्शीद के पुत्र तालीम खान से विवाह कर दिया गुरुवार को ही बारात बुलाकर बेटी का निकाह कर दिया और बारात विदा कर दी
साथ ही दहेज के लोभी कर्मला निवासी शेर मोहम्मद को सबक सिखाने के लिए गुरुवार को दहेज में ट्रैक्टर देने का वादा करो नहीं भी बुला लिया शेर मोहम्मद अपने बेटे की बारात लेकर चिड़वाई पहुंचा जहां दहेज के लोभी लोगो से नाराज गांव वालों ने वधू पक्ष के साथ खड़े होकर बारातियों को तो ग्रामीणों ने वापस भेज दिया लेकिन शेर शेर मोहम्मद के परिवार को पकड़ कर बैठा लिया ओर शादी में ली बाइक की कीमत वसूलने के बाद ही समझौता कर छोड़ा।
रामगढ़ पुलिस को घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तब तक गांव के बुजुर्गों ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया गया था