आदिबद्री पर्वत श्रंखला में विनाशकारी खनन के विरोध में साधु संतों सहित ग्रामीणों का धरना जारी
ड़ीग –(भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) आदि बद्री पर्वत श्रंखला में बड़े पैमाने पर चल रहे खनन के विरोध में 16 जनवरी से गाँव पसोपा मे प्रारम्भ हुआ साधु-संतों और ग्रामीणों का धरना गुरुवार को लगातार छटे दिन भी जारी रहा। धरने पर बैठे साधु संतों और हिन्दू मुस्लिम भाइयों ने ब्रज विनाश के प्रति रोष व्यक्त करते हुए कहा कि आदि बद्री पर्वत श्रृंखला में अंधाधुंध खनन कर द्वापर कालीन धरोहरों को नष्ट किया जा रहा है और जिला प्रशासन कान बंद करके बैठा है। जब हमारी आस्था के केंद्र ही नहीं रहेंगे तो हमारे जीवन जीने से क्या लाभ है।इस लिए प्रशासन की ओर कब तक ताक ते रहेंगे। आदि बद्री की 14 कोस अर्थात 42 किलोमीटर की परिक्रमा है। ब्रजवासी इसकी परिक्रमा पुरातन समय से लगा के चले आ रहे है। ऐसी पावन भूमि को भयंकर विस्फोटों से दहलाया जा रहा है। इन विस्फोटों से करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े प्राचीन आदि बद्री मन्दिर में दरार पड़ गई हैं । जिसको लेकर श्रद्धालुओं में बड़ी पीड़ा है। शुक्रवार को आदि बद्री नाथ की पूजा करके उनके चरणों में प्रशासन को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना की जाएगी ताकि वह ब्रज विनाश को रोक सके।