खनन के विरोध में ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी ककराला-डीग मार्ग रोका, प्रशासन व प्रदर्शनकारियों में बनी तनावपूर्ण स्थिति
6 दिन से बन्द है कैथवाड़ा - डीग मार्ग पर खनन सामग्री से भरे वाहनों का आवागमन
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) आदिबद्री क्षेत्र में हो रहे विनाशकारी खनन के विरोध में ग्राम पसोपा में अनिश्चतकालीन धरने के 24वे दिनसोमवार को धरना स्थल पर उपस्थित साधू संतों व आस पास के गांवों के सकेडों ग्रामीणों ने 6वे दिन भी कैथवाडा- डीग मार्ग से पत्थरों के ओवरलोड वाहनों को नहीं जाने दिया इसी प्रकार ककराला - डीग मार्ग पर भी लगातार दूसरे दिन ग्रामीणों ने पूर्व विधायक गोपी गुर्जर की अगुवाई में खनन सामग्री से भरे वाहनों को नही निकलने दिया। पालका के पूर्व सरपंच सत्यप्रकाश यादव ने चेतावनी दी कि अगर कोई भी वाहन उक्त मार्ग से होकर गुजरा तो स्थानीय ग्रामीण उस वाहन को वही खाली करवाकर जब्त कर लेंगें । इस मौके पर उपस्थित सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में आदिबद्री क्षेत्र में हो रहे खनन व परिवहन को आंदोलन के चलने तक बंद रखने की मांग की ताकि किसी प्रकार के टकराव व आगजनी से बचा जा सके । उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी ककराला के ग्रामीणों द्वारा उक्त मार्ग को बंद कर खनन कर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है, पर खेद है कि उच्च पदस्थ अधिकारियों के दबाव के चलते अभी कोई कार्यवाही नहीं हुई है संरक्षण समिति के संरक्षक राधाकांत शास्त्री ने प्रशासन पर खनन माफियाओं को हर प्रकार का सहयोग देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर प्रशासन ईमानदार होता तो अभी तक यह समूचा क्षेत्र सुरक्षित हो चुका होता, यहां के जन जीवन व पर्यावरण को खतरे में डालने का मुख्य जिम्मेदार यहां का भ्रष्ट प्रशासन व ऊंचे पद पर बैठे अधिकारी है जिन्होंने सरकार को गुमराह कर रखा है। इस धरना प्रदर्शन में सेकड़ो ग्रामीणों के अलावा मुख्य रूप से सरपंच जलाल खान, सरपंच सुल्तान सिंह, महमूद , हाजी कमरुद्दीन, आजाद खान, इसफ खान, डाल चंद, मुहमुद्दीन खां, इस्लाम कुंदन भूरा बाबा, गोपाल दास आदि उपस्थित थे ।