पेयजल समस्या से त्रस्त ग्रामीणों ने किया मटका फोड़ प्रदर्शन
सर्दियों में पेयजल संकट, ग्रामीणों को टैंकरों व दूर दराज से मंगवाना पडता है पेयजल
अलवर,राजस्थान/ राधेश्याम गेरा
अलावडा। :- कस्बे के निकट ग्राम पंचायत चौमा गांव में अक्सर गर्मी के दिनों में पेयजल संकट बना रहता है,लेकिन ग्राम पंचायत की लापरवाही से सर्दी के दिनों में भी लोग पेयजल के लिए दिनभर भटकते रहते हैं । ग्रामीणों द्वारा बार-बार ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों से समस्या समाधान की गुहार पर भी ग्राम पंचायत द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा। जनताजल योजना के अन्तर्गत बनी टंकियों तक पानी नहीं पंहुच पाता वजह है दंबग और धनाढ्य लोगों द्वारा पाइप लाइन से अवैध कनेक्शन कर अपने घरों में पंहुचाया जाता है पानी।जिससे गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने विकट समस्या बनी रहती है ।दूसरा कारण है बोरवेल की मोटर के तार जल जाना तो कभी पीने के पानी की टंकी तक बार-बार पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होन जिससे टंकियों में जल संग्रहण नहीं होने से जलापूर्ति बाधित हो रहती है। लोगों का अब धैर्य जवाब देने लगा है। ग्रामीणों का पानी की समस्या को देखते हुए गुस्सा फूट रहा है। गुस्साए लोगों ने पंचायत भवन के सामने खाली पड़ी पानी की टंकी के सामने खड़े होकर मटका फोड़ प्रदर्शन कर अधिकारियों व ग्राम पंचायत के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन करने वालों में पूर्व सरपंच गोवर्धन राजपूत,वीरा देवी,सुनीता बाई,रज्जू बाई,बनती,निको, सविता,मंजू, फुलो रानी, निर्मला, सीमा, बबीता, सविता, कमलेश, नेहा,सुरेश, रमेश चंद,धर्मा, प्रेमचंद, सुनील, अनिल,चिरंजी लाल शर्मा कृष्ण कुमार शर्मा मोहन लाल शर्मा सहित अनेक लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए मीडिया को बताया कि आधे से ज्यादा गांव के लिए पीने के पानी का एकमात्र सहारा बोरवेल व पानी की टंकी है वह भी काफी दिनों से खराब पड़ा हुआ है वहीं कस्बे में पीने के पानी की अन्य कोई स्रोत नहीं होने के कारण लोगों को पीने के पानी के जुगाड़ के लिए इधर उधर भटकने को विवश होना पड़ रहा है। ग्रामीणों को जनताजल योजना का बोरवेल होने बावजूद पीने के पानी के जुगाड़ के लिए खेतों में चलने वाली ट्यूबलो पर जाकर पानी भरने को विवश होना पड़ रहा है ।
ग्राम पंचायत का खराब पड़ा बोरवेल को ठीक कराया जाने के लिए बार बार ग्राम पंचायत को पानी की समस्या से अवगत कराए जाने के बाद भी ग्राम पंचायत व अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं होने का खामियाजा वहां के लोगों और बच्चों व महिलाओं को भोर होने के साथ ही एक से 2 किलोमीटर दूर तक खेतों पर पगफेरा कर सिर पर मटकियां रखकर लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिससे रोजमर्रा के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।लोगों को भोर होने के साथ ही पीने के पानी के जुगाड़ के लिए 1 से 2 किलोमीटर दूरी का सफर तय करके सिर पर मटकी या भर कर पानी लाने को विवश होना पड़ रहा है । ग्राम पंचायत सरपंच संतरा देवी ने बताया कि खराब पड़े बोरवेल को ठीक कराने के लिए कर्मचारी को बोल दिया है। बोरवेल को ठीक करा कर अति शीघ्र ही पानी की समस्या का समाधान करा दिया जावेगा।