पुलिस की दमनात्मक कार्यवाही के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी
शाहपुरा (भीलवाड़ा, राजस्थान/ बृजेश शर्मा) कुछ महीनों पहले कस्बे में वसीम अकरम छिपा द्वारा ब्याज माफियाओं के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली गई । व्यापार मंडल, आमजन की ओर से अपराधियों की गिरफ्तारी वह मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर शाहपुरा थाने के बाहर शव को रखकर प्रशासन से न्याय की मांग की गई। पुलिस प्रशासन द्वारा इसके विपरीत मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग करने वालों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया जबकि अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं । दोषियों के खिलाफ पुलिस के लापरवाह रवैयै के कारण सदमे में उसके पिता फारूक मोहम्मद की भी मृत्यु हो गई । पुलिस की इस कार्यवाही के कारण आज भी मृतक का परिवार व रिश्तेदार दहशत में हैं। ऐसे में पुलिस की कार्यवाही बेहद निंदनीय व शर्मनाक रही । शाहपुरा ब्याज माफियाओं से पीड़ित लोगों के मुकदमे लगातार पुलिस थाने में कई बार दर्ज करवाए गए किंतु पुलिस के संरक्षण में चल रहे इस कारोबार के कारण आज तक इन पर कोई कठोर कार्यवाही नहीं हुई है जबकि लोगों को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है । पुलिस कि इस दमनात्मक कार्यवाही के खिलाफ आमजन शाहपुरा की ओर से बुधवार शाम 7:00 बजे अंजुमन स्कूल में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से 17 दिसम्बर 21, शुक्रवार को दोपहर 2:00 बजे महलों के चौक से उपखंड कार्यालय तक रैली निकालकर पुलिस महानिदेशक के नाम इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही, पीड़ितों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। पुलिस द्वारा मांगे नहीं मानने पर उपखंड कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में एसडीपीआई पार्षद यूसुफ मोहम्मद, कपड़ा व्यवसायी मदन सर्वा, हार्डवेयर एसोसिएशन के हाजी उस्मान छिपा, हाजी शमसुद्दीन भाटी, शहाबुद्दीन सिलावट, शरीफ मोहम्मद रंगरेज, यासीन छिपा, कमरुद्दीन रंगरेज, इमरान पठान, पॉपुलर फ्रंट के प्रदेश सचिव ताज मोहम्मद सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।