भीलवाड़ा विकास निवेशको ने किए 10 हजार करोड के निवेश के एमओयू, 25 हजार को रोजगार
भीलवाडा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) राजस्थान प्रदेश में उद्योगों को बढावा देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नवाचार करते हुए इंवेसेमेन्ट समिट शुरू किया है। जिसका शुभारम्भ बुधवार को औद्योगिक नगरी भीलवााड़ा से हुई है। शहर के एक निजी हॉटल में आयोजित यह समिट करीब 5 घंटे तक चला और इस दौरान 10 हजार करोड रूपये के इंवेस्टमेन्ट के एमयूओ पर हस्ताक्षर भी किये गये है। इन एमयूओ से करीब ढाई हजार युवाओं को रोजगार मिलने संभावनाओं के रास्ते खुले है। इंवेस्टमेंट समिट में 170 एमओयू हुूए है।
बुधवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित हुए इंवेस्टमेंट समिट में देशभर से आई अलग अलग कम्पनी के प्रतिनिधियों ने भीलवाड़ा के लिए करीब 170 एमओयू कर जिले में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लगभग 10 हजार करोड़ का एमओयू किया है। आने वाले समय से इस निवेश से रोजगार का सपना देख रहे हजारों युवाओं को अपने जिले में अलग अलग रोजगार के आयाम मिलेंगे। इससे पहले बुधवार सुबह उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने इस समित का वर्चुअल उद्धाटन किया। इसके बाद उन्होने अपने उद्बोधन में इस समिट को जिले के लिए काफी लाभदायक बताया।
इस समिट का सबसे बड़ा उद्देश्य देश की बड़ी कम्पनी एयरजेट, रेपियर व सल्जर जैसी कई कम्पनी को निवेश के लिए भीलवाड़ा लाना था। जिले में टेक्निकल टेक्सटाइल व रेडिमेड गारमेंट उद्योग को बढ़ावा मिल सके इसी को लेकर जिले में 170 एमओयू व एलओआई किए गए है।प्रदेश में पहला इंवेस्टमेंट समिट जिले में होने से अब यहां टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने का भी रास्ता मजबूत होता नजर आ रहा है। जिले में अभी 18 स्पिनिंग मिल, 450 बुनाई ईकाई, 19 प्रोसेस हाउस, 8 डाई संस्थान, 3 डेनिम कम्पोजिट प्लांट है। जो भीलवाड़ा को देश के प्रमुख टेक्सटाइल कलस्टर बनाने में योगदान रखते है।
कार्यक्रम में इंडस्ट्री कमिश्नर अर्चना सिंह, जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते, संभागीय आयुक्त मीणा प्रधान, रिको एडवाइजर पुखराज सेन, नगर परिषद् सभापति राकेश पाठक और डीआईसी के जीएम राहुल देव सिंह के साथ ही आलाधिकारी मंच पर मौजूद रहे।
प्रदेश की इंडस्ट्री कमिश्नर अर्चना सिंह ने कहा कि प्रदेश के पहले इंवेसेमेन्ट समिट से उद्योगपतियों में उत्साह का माहौल है। भीलवाड़ा हमेशा नवाचार के लिए देश-प्रदेश के मॉडल बना है और उद्योगों को बढावा देने के लिए यहां इवेसेमेन्ट समिट से सभी प्ररेणा ले इसके प्रयास किये जायेगें। इसके बाद अब प्रदेश के सभी 33 जिलों में इस तरह के इंवेसेमेन्ट समिटो का आयोजन किया जायेगा और उद्योगपतियों को उद्योग स्थापित नहीं आये इसके लिए पॉलिसी तैयार की जा रही है। जल्द ही आने वाले दिनों मे टेक्सटाइल पॉलिसी बन रही है। जिससे उद्योगपतियों की समस्या का पता लगाकर समाधान किया जायेगा।
जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने कहा कि आज 10 हजार करोड़ रूपये के एमयूओ साइन किये गये है। जिसमें से 6 हजार करोड रूपये के एमयूओ में जमीन उद्योगपतियों के पास उपलब्ध है। जिससे ढाई हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।