महिलाओं का कहना:- ग्राम सेक्रेटरी बोलता है अपशब्द
रामगढ़ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सैथली का मामला- 75 महिलाओं को नहीं मिली मनरेगा कार्य की 6 नंबर रसीद, महिलाओं में भारी रोष व्याप्त पंचायत समिति के बाहर एकत्रित होकर विकास अधिकारी को लगाई गुहार
अलवर, राजस्थान
रामगढ़:- पंचायत समिति रामगढ़ के अंतर्गत ग्राम पंचायत सैथली के ग्राम मंगलेशपुर का एक मामला सामने आया है। जहां मंगलेशपुर की 75 महिलाओं को नरेगा कार्य मेंं मिलने वाली 6 नंबर रसीद सेक्रेटरी व एलडीसी द्वारा नहीं दी जा रही है। जानकारी के अनुसार महिलाओं का कहनाा है नरेगा कार्य में 6 नंबर रसीद एक जॉब कार्ड की तरह काम आती है। नरेगा योजना के अंतर्गत यह नियम है कि 6 नंबर रसीद मिलते ही 6 महीने के अंदर नरेगा मजदूरों को ग्राम पंचायत द्वारा कार्य दिया जाएगा और अगर कार्य नहीं दिया गया तो 6 महीने बाद हर महा के हिसाब से बेरोजगारी भत्ता मिलता है। रामगढ़ पंचायत समिति के अंतर्गत ग्राम पंचायत सैथली के ग्राम मंगलेशपुर से आई पीड़ित पिंकी, प्रेम ,रामवती ,सुशीला, भत्तों, सुनीता ,हेमलता, मंजू, चमेली आदि महिलाओं का कहना है कि हम सभी महिलाओं का नरेगा कार्य योजना के लिए फॉर्म तो भरवा लिया गया है परंतु 6 नंबर रसीद अभी तक सेक्रेटरी व एलडीसी द्वारा नहीं दी गई है जबकि अनेकों बार सेक्रेटरी के पास ग्राम पंचायत भवन में जाकर रसीद मांगी है। महिलाओं का कहना है कि जब भी हम सेक्रेटरी से हमारी रसीद मांगते हैं तो वह हमसे अपशब्द में वार्तालाप करता है एवं भगा देता है और कोई संतुष्टि पूर्वक जवाब भी नहीं देता। इस सब से परेशान होकर शुक्रवार को करीब 1 दर्जन से अधिक पीड़ित महिलाएं रामगढ़ पंचायत समिति पहुंची। जहां पर विकास अधिकारी प्रेम राज मीणा को महिलाओं ने अपनी समस्या से अवगत कराया।इस बारे में इनका कहना है कि:-
मैंने ग्राम पंचायत सैथली में कार्यरत एलडीसी से बात की तो पता चला कि यह महिलाएं करीब 1 महीने पूर्व पंचायत भवन में अपनी परेशानी लेकर गई थी।उस समय एलडीसी नरेगा कार्य का मुआवजा करने गया हुआ था। जिस कारण से वह नहीं मिल पाया। जिसके पश्चात पूरे 1 महीने यह पीड़ित महिलाएं भी एलडीसी से नहीं मिली और आज शनिवार को सीधा मेरे पास रामगढ़ पंचायत समिति आ गई है ।इनकी समस्या का समाधान के लिए मैंने एलडीसी को इन सभी महिलाओं की 6 नंबर रसीद देने के लिए बोला है। जल्द से जल्द महिलाओं की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।