गोविंदगढ़ मे जैन बंधुओ ने निकली श्रीजी की रथयात्रा ,मनाया क्षमावाणी पर्व
गोविंदगढ़ / अमित खेड़ापति
गोविंदगढ़ कस्बे में जैन समाज के द्वारा क्षमावाणी पर्व मनाया गया जिसमें कस्बे के मुख्य बाजार में श्रीजी की पालकी निकाली गई जहां समाज की महिलाएं पुरुष एवं बच्चे शामिल हुए श्रीजी की पालकी जैन मंदिर से मुख्य बाजार से खेड़ापति बगीची पर पहुची जैन समाज के अध्यक्ष सुशील जैन ने बताया कि जब तक मन की कटुता दूर नहीं होगी, तब तक क्षमावाणी पर्व मनाने का कोई अर्थ नहीं है अत: जैन धर्म क्षमाभाव ही सिखाता है। हमें भी रोजमर्रा की सारी कटुता, कलुषता को भूलकर एक-दूसरे से माफी मांगते हुए और एक-दूसरे को माफ करते हुए सभी गिले-शिकवों को दूर कर क्षमा-पर्व मनाना चाहिए।
भुवनेश जैन ने बताया कि दिल से मांगी गई क्षमा हमें सज्जनता और सौम्यता के रास्ते पर ले जाती है। आइए, इस क्षमा-पर्व पर हम अपने मन में क्षमाभाव का दीपक जलाएं और उसे कभी बुझने न दें ताकि क्षमा का मार्ग अपनाते हुए धर्म के रास्ते पर चल सकें।