एलटी लाइन में दौड़ा 11 केवी का करंट, भैंस और भैंस के बच्चे की मौत बचाने आए किसान परिवार को लगे करंट के झटके
गुढ़ा गोड़जी / सुमेर सिंह राव
गुढ़ा गोड़जी क्षेत्र के मालिका की ढाणी में बुधवार को विद्युत विभाग की लापरवाही से एलटी लाइन में 11 केवी का करंट दौड़ने से गिरवर लाल पुत्र मोतीलाल कुमावत की एक भैंस और एक भैंस का बच्चा की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। भैंस को बचाने आया किसान परिवार भी हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचा।
गिरवर लाल कुमावत ने बताया कि घर के पास एलटी लाइन का पोल लगा हुआ है जिसमें विद्युत विभाग की लापरवाही से बुधवार सुबह 11 केवी का करंट दौड़ गया। जिससे पोल में करंट आ कर भूमि में फैल गया। 10 फीट दूर बंधी हुई हमारी भैंस और भैंस का बच्चा करंट की चपेट में आ गया जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जब हम परिवार सहित भैंस को बचाने आए तो हमें भी करंट के झटके महसूस हुए। मौका स्थिति भांपकर हम दूर हट गए वरना हमारा पूरा परिवार करंट की चपेट में आ जाता। भगवान का शुक्र है कि हम बाल-बाल बच गए। हादसे की सूचना विद्युत विभाग के लाइनमैन को देने के लिए फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। किसान परिवार ने काफी समय पहले ही पोल में लगे अर्थ के तार को सही करने के लिए सूचना दे दी थी लेकिन इसके बावजूद भी विभाग कर्मचारियों एवं अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण उसे ठीक नहीं किया गया जिससे यह हादसा हुआ है। हमारी शिकायत के बाद लाइन को ठीक कर देते तो हादसे से बचा जा सकता था। हादसे की सूचना के बाद काफी ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे गुढा गोड़जी सहायक अभियंता कार्यालय के एईएन उमेद सिंह, जेईएन मुकेश जाखड़, लाइनमैन मुकेश कांटीवाल व राकेश धींवा तथा ग्रामीणों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। मौके पर पहुंचे एईएन उमेद सिंह ने कहा कि भैंस मर गई तो क्या हो गया जिससे किसान परिवार और ग्रामीण भड़क गए। महिलाओं तथा ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को घेर लिया तथा गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खरी-खोटी सुनाई तथा मुआवजे की मांग करने लगे। विभाग के कर्मचारियों की ओर से आश्वासन दिया गया कि विभाग की ओर से जो भी अनुदान राशि होगी वह दी जाएगी। इस दौरान पार्षद शिवकुमार विनोद कुमावत गौरीशंकर गुलजारीलाल नरसी कुमावत हुकमाराम समद्र लाल नंदलाल मनीराम बिड़दी चंद मंगल चंद श्रीराम मनीराम बुद्धराम कुरडा राम दुर्गादत महेश दयानंद पिंटू सहीराम विजय कुमार मखनलाल मुकेश सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।