गुढ़ागौड़जी नगर पालिका क्षेत्र में सवा दो करोड़ रुपए की लागत से बनेगी 13 सड़कें
भैरोंजी की बणी से बूरली व मणकसों की ढाणी की दो सड़कों का शिलान्यास:गुढ़ागौड़जी नगर पालिका क्षेत्र में सवा दो करोड़ रुपए की लागत से बनेगी 13 सड़कें
उदयपुरवाटी,झुंझुनू (सुमेर सिंह राव)
उपखंड क्षेत्र के गुढ़ागौड़जी भेरुजी की बणी में सैनिक कल्याण, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा ने कहा कि अधिकारियों को अपने इलाके में सेवा का मौका नहीं मिलता लेकिन जन प्रतिनिधियों को मौका मिलता है। इसलिए जन प्रतिनिधियों को पब्लिक की सेवा करनी चाहिए। वे मंगलवार को भैरोंजी की बणी से बूरली सड़क के शिलान्यास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
मंत्री गुढ़ा ने कहा कि अभी चुनाव होने में 300 दिन और रात बाकी है। वोट मांगने के लिए तो एक महिना ही काफी है। फिल्हाल वोट मांगने नहीं आया, अभी जनता की सेवा करने के लिए समय बच रहा है। पब्लिक की समस्या और जरूरत की बात करने आया हूं। मंत्री गुढ़ा ने दावा किया कि पिछले 60 साल में हुए विकास कार्य और उनके कार्यकाल की तुलना कर लो, उदयपुरवाटी विधान सभा क्षेत्र में पिछले 60 सालों में जितना विकास नहीं हुआ इससे ज्यादा उनके कार्यकाल में हुआ है।
मंत्री गुढ़ा ने कहा कि किसी भी विधान सभा क्षेत्र में तीन सरकारी कॉलेज और तीन तहसीलें नहीं मिलेगी लेकिन उदयपुरवाटी में है। मंत्री गुढ़ा ने कहा कि मेरे मंत्री रहते हुए प्रदेश सरकार में आमजन को राहत देने वाले किसानों के बिजली के बिल माफ, घरेलू बिजली कनेक्शन पर प्रति बिल 200 युनिट माफ, पेंशन में बढ़ोतरी सहित कई फैसले हुए हैं। मंत्री गुढ़ा ने भैरोंजी बस्ती से बूरली तक डामर सड़क निर्माण तथा मुख्य सड़क से मणकसों की ढाणी तक सीसी सड़क का शिलान्यास किया। पीडब्लूडी के जेईएन अभिषेक परिहार व अंकिता सेन ने बताया कि मुख्य मंत्री बजट घोषणा के तहत गुढ़ागौड़जी में करीब सवा दो करोड़ रुपए की लागत से 13 सड़कें बनाई जाएगी। समारोह की अध्यक्षता चेयरमैन रामावतार दायमा ने की। समारोह के विशिष्ट अतिथि औंकार सिंह शेखावत, पूर्व सरपंच रणवीर सिंह गुर्जर, शीशराम खटाना, केड सरपंच रविराज सिंह, अधिशाषी अधिकारी हेमंत सैनी, जितेंद्र सिंह शेखावत आदि ने विचार प्रकट किए। इस मौके पर रामकुमार सिराधना, राजीव दायमा, बाबूलाल बड़वा, बुधराम कौली, गूगन देवना, देवाराम चावड़ा, मुकेश बूरली, शीशराम चनेजा, मातूराम खटाना, परतूराम सिराधना, मेघाराम सिराधना, पार्षद बद्रीराम गुर्जर, रोहिताश्व महला, रामकुमार चावड़ा, संदीप राव, हिमांशु दाधीच, कृष्ण सिंह, झब्बर सिंह आदि मौजूद थे।