सुजला जिला के लिए जसवंतगढ़ व पाबोलाव में हुआ 17 घंटे भूख हड़ताल का आयोजन
प्रशासन द्वारा जबरदस्ती अनशन तुड़वाने की कोशिश पर आंदोलनकारियों ने दी आमरण अनशन की चेतावनी
लाडनूं (नागौर, राजस्थान) सुजला जिला बनाने की मांग को लेकर सुजला महा सत्याग्रह द्वारा संपूर्ण सुजला क्षेत्र आयोजित 17 घंटे की भूख हड़ताल के क्रम में जसवंतगढ़ व पाबोलाव में भी 17 घंटा भूख हड़ताल का आयोजन हुआ । जसवंतगढ़ गांधी चौक में वैद्य पूर्णनंद उपाध्याय ने 17 घंटा का अनशन गांधी चौक में शुरू किया ।वैद्य उपाध्याय के अनशन सत्याग्रह में बजरंगलाल ओझा, चौथमल सोनी, माणकचंद दाधीच , मंगलचंद सोनी, घनश्याम सोनी, यादव प्रसाद लोहिया, श्रीचंद् असावा,मदन बागड़ा, सुरेश शर्मा, राजेंद्र शर्मा, रमेश पुजारी, भवानी शंकर, जाकिर हुसैन, पुनीत शर्मा, राकेश सोनी, किशन लाल शर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे ।
सुजला जिला निर्माण की मांग को लेकर गांधी चौक 17 घंटे भूख हड़ताल पर बैठे वैद्य पूर्णानंद उपाध्याय के समर्थन में जय श्री शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों मातृशक्ति ने नारेबाजी कर सुजला जिला के हक-अधिकार की मांग की । वही वैद्य उपाध्याय के 17 घंटे अनशन पर प्रशासन में हड़बड़ी मच गई और उन्होंने देर रात को सत्याग्रही उपाध्याय का अनशन तुड़वाने की जबरदस्ती कोशिश करने पर पंडित पूर्णानंद उपाध्याय ने रघुनाथ जी मंदिर में जाकर अपना अनशन शुरू कर दिया और प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर आंदोलन को दबाने की कोशिश की तो हम आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।
वही पाबोलाव में सत्याग्रही विद्या प्रकाश बागरेचा व किशोर दास स्वामी की 17 घंटे की भूख हड़ताल को पाबोलाव धाम पीठाधीश्वर स्वामी कमलेश्वर भारती, नागौर भाजपा जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ओडिंट, लालचंद दादलिका, दुर्गेश पूरी सहित अन्य जनों ने जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया । वही सुजला जिला बनाओ संघर्ष समिति लाडनू के संयोजक मो० मुश्ताक खान कायमखानी ने कल शाम 5 बजे से आज सुबह 11 बजे तक बिना कुछ खाए पीए अपने आवास पर ही भुख हड़ताल सुरु की तथा लाडनूं के लोगों को सुजला जिला बनाने की मुहिम में शामिल होने का संदेश दिया।
कायमखानी ने बताया कि लाडनूं में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की स्थानीय प्रशासन से स्वीकृत नहीं होने के चलते लाडनूं में यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक तरीके से सार्वजनिक रूप से आयोजित नहीं किया जा सका फिर भी हम स्थानीय प्रशासन के आभारी हैं की इन्होने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुजला जिले की मुहिम से जुड़े लोगों तक स्थानीय पुलिस को भेजकर वार्ता कर भुख हड़ताल सुरु नही करने की समझाइश की भुख हड़ताल पर बैठने वाले लोगो ने भी प्रशासन के आदेश का मान सम्मान करते हुए पालना की।
कायमखानी ने बताया कि सुजलाअंचल वासियों के सहयोग से मुख्यमंत्री की मौलासर सभा से पूर्व लाडनूं क्षेत्र में सुजला जिला बनाने की मांग को लेकर स्थानीय प्रशासन से नियमानुसार इजाजत लेकर शीघ्र ही आंदोलन को शांतिपूर्वक तरीके से और अधिक तेज किया जाएगा, जिसमें सुजलाअंचल वासियों का सम्पूर्ण सहयोग और समर्थन भी प्राप्त होगा ताकि मुख्यमंत्री जी का ध्यान सुजला जिले की मुहिम की और आकर्षित किया जा सके। कायमखानी ने बताया कि हम न्याय पंसद और अमन चैन पसंद नागरिक हैं और हम सबकी एक ही वाजिब मांग यह है कि सुजला को जिला बनाया जाए, इस मुहिम में सरकार और प्रशासन को भी आमजन का सहयोग करना चाहिए।
क्योंकि सुजला जिला बनता है तो इससे सभी को फायदा मिलेगा।