हीरवाना गौशाला में चल रही शिव महापुराण कथा में दूसरे दिन ब्रह्मा व विष्णु का युद्ध एवं लिंग रुपी स्तंभ के रूप में शिवजी का प्राकट्य वर्णन
उदयपुरवाटी / चंंवरा (सुमेर सिंह राव)
श्रीकृष्ण गोशाला चंवरा-हीरवाना में गोरसिया परिवार सीकर द्वारा महंत लक्ष्मण दास महाराज एवं ग सोमनाथ महाराज नेपाल के सानिध्य में चल रही 11 दिवसीय शिव महापुराण कथा महायज्ञ के दूसरे दिन कथावाचक मुक्तिनाथ शास्त्री नेपाल के मुखारविंद से शिव महापुराण का विस्तृत रूप में परिचय, 6 संहिता एवं 92 भेदों का वर्णन, ब्रह्मा एवं विष्णु का युद्ध वर्णन, लिंग रूपी स्तंभ के रूप में शिवजी का प्राकट्य आदि प्रसंगों का वर्णन किया गया।
वहीं कथावाचक ने लिंग पूजन के महत्व, लक्षण एवं पूजन विधि पर विस्तार से प्रकाश डाला। भगवान शंकर की सजीव झांकी सजाई गई। बीच-बीच में धार्मिक भजनों की प्रस्तुति पर श्रोता झूम उठे। इस दौरान कथा के आयोजक विश्वनाथ गोरसिया, रामावतार कड़ाला, शेरसिंह खटाणा, बनवारी लाल जांगिड़, रामावतार सैनी, मुकेश दाधीच, नंदकिशोर शर्मा, बजरंग गोरसिया, बाबूलाल शर्मा, सचिन शर्मा, रामकुमार बारवाल, रामलाल, हनुमान, कन्हैया लाल रावत, रामकरण रावत, पोकरमल सैनी, सुमेर रावत सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।