पशु प्रेमियों ने घायल सांड का कराया उपचार
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/ कमलेश जैन) पशु क्रूरता अधिनियम कानून बनने के बाद भी कुछ लोग जहां मूक पशुओं पर अत्याचार करने से बाज नहीं आते हैं लेकिन हैवानियत के साथ इंसानियत भी जिंदा है। इसी इंसानियत की मिसाल हैं। कस्बे के साहू मोहल्ला खटीक मोहल्ले के निकटतम सावल साहू की दुकान के पास गत दिनों से घायल सांड की देखरेख पशु प्रेमी कर रहेथे। ये चंद लोग जो घायल सांड के रक्षक बन कर उनकी सेवा कर रहे थे। आवारा पशुओं में गिने जाने वाले गौवंशीय सांड को पिछले एक डेढ़ माह से सींगो की समस्या से परेशान होता देखा गया । जिससे यह सांड चलने-फिरने में ही लाचार नहीं बल्कि मरने की कगार पर पहुंच गया था।
मोहल्ले एवं निवासियों द्वारा कुछ पशु प्रेमी जब रोड से गुजरे तो उनसे मरणासन्न हालत में पड़े सांडों को देखा नहीं गया तो उन्होंने टीम को सूचना देकर मौके पर ही बुलाया टीम द्वारा घायल सांड के सिंगो का मौके पर ही ऑपरेशन किया गया ।पशु चिकित्सकों का कहना है कि मार से घायल इस सांड के बीमारी हो गयी है। जिससे यह चलने में लाचार हो गया । यदि समय पर उपचार नहीं मिलता तो ये मर भी सकता था।