व्यवसायिक रूप धारण करती खैरथल की आवासीय बस्तियां: हर समय दुर्घटना से भयभीत वासिन्दे
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) खैरथल - तिजारा जिले के प्रमुख व्यापारिक केन्द्र खैरथल में सरकार की ओर से नवीन कृषि उपज मंडी यार्ड को छोड़कर एक भी व्यवसायिक योजना प्रारंभ नहीं की गई है। नतीजतन अब अधिकांश आवासीय बस्तियां व्यवसायिक रूप धारण करने लगी है। इससे वहां के वासिन्दो को हर समय दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसमें सर्वाधिक गंभीर हालत सहकारिता के आधार पर निर्मित सबसे बड़ी आवासीय बस्ती आनन्द नगर क्षेत्र में बनी हुई है। जहां रेलवे अंडरब्रिज के बन जाने के बाद से और अब अधिकांश रेलवे फाटक बंद रहने के कारण चौबीस घंटे गुजरते हल्के - भारी वाहन व तेज सायरन बजाते वाहनों से ध्वनि प्रदूषण,काले धुंए के रूप में कार्बन डाइऑक्साइड के अलावा तेज गति से वाहनों के गुजरने से आवासीयों का जीना दुश्वार हो गया है। वैसे तो आनन्द नगर क्षेत्र के सभी रास्ते बाजार बन चुके हैं किन्तु 40 फुटा रोड की हालत गंभीर बनी हुई है। इतना कुछ होने के बावजूद न स्थानीय और न ही जिला प्रशासन ने आवासीय सुविधाओं पर व्यापारिक गतिविधियों के चलने के खिलाफ कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा है।
शत- प्रतिशत व्यापारिक गतिविधियां - कस्बे की पुरानी अनाज मंडी को नवीन कृषि उपज मंडी यार्ड में स्थानांतरित करने के बावजूद पुरानी अनाज मंडी को आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है, जबकि वहां शत- प्रतिशत व्यापारिक गतिविधियां संचालित की जा रही है।
भूमि व भवनों के भाव भी छू रहे आसमान - आवासीय बस्तियों में व्यवसायिक गतिविधियों के चलने के कारणों से वहां भूमि व भवनों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं, जिससे कुछ लोगों को आर्थिक लाभ भले ही हों रहा हो किन्तु रहवासियों को जो भय के माहौल में जीवन गुजारने का दंश झेलना पड़ रहा है उसे कोई नहीं देख रहा है।