श्री भूरासिद्ध-अलेवा धाम पर्वत श्रंखला राजगढ के चारो तरफ शिवा सर्किट विकसित करने की मांग
राजगढ़(अलवर) रितीक शर्मा
अलवर।प्राचीन काल में अलवर जिले की राजधानी रहे माचाडी कस्बे से पंचायत समिति सदस्य श्रीमती कमलेश मोहर सिंह मीणा ने पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को मिलकर श्री भूरासिद्व महाराज एवं अलेवा धाम पर्वत को कृष्णा सर्किट की तर्ज पर शिवा सर्किट के रूप में विकसित करने हेतू ज्ञापन दिया। उन्होने बताया कि अलवर जिले की राजगढ़ एवं रैणी तहसील मे से होकर अरावली पर्वतमाला गुजरती है। यहां जामडोली से लेकर माचाडी तक लगभग 60-70 किमी की परिधि में श्री भूरासिद्व महाराज जी की प्रसिद्व पर्वतश्रृंखला स्थित है। इस पर्वत श्रृंखला में शिवजी के अनेक प्राचीन प्रसिद्व मन्दिर स्थित हैं
जिनमें छाहरीनधाम महादेव मंदिर, झरनाधाम महादेव मंदिर राजगढ़,वन खण्डी महादेव का मन्दिर एवं रानी का कुंआ महादेव मंदिर, माचाडी,अलेवा धाम महादेव मंदिर भूलेरी,श्री भूरासिद्व पर्वत स्थित शिवमंदिर,झाजीरामपुरा शिवमंदिर समूह (बसवा), बारह महादेव मंदिर,अलेई इत्यादि प्रमुख हैं। इन सभी में समय-समय पर वार्षिक मेलों का आयोजन होता है। यह पर्वतश्रृखला हजारों लोगों की श्रद्धा का केन्द्र है। प्रत्येक माह की पूर्णिमा एवं विशेष रूप से श्रावण मास में हर वर्ष शिवजी के श्रद्धालु इस पर्वतश्रृखला की परिक्रमा देते है।इस प्रकार श्री भूरासिद्व महाराज जी की प्रसिद्व पर्वतश्रृंखला को लोग उसी प्रकार आस्था की दृष्टि से देखते है जिस प्रकार श्री गिरिराज महाराज पर्वत को श्रीकृष्ण जी के श्रद्धालु देखते है। हजारो लोगो की आस्था का केन्द्र होने के बाबजूद भी यहा श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं का अभाव है जिससे श्रद्धालुओं को अनेक असुविधाओं का सामना करना पडता है।
इस संबंध में निवेदन किया है कि जिस प्रकार से श्री कृष्णजी से जुडे हुए विभिन्न तीर्थस्थलों को सम्मिलित करते हुए कृष्णा सर्किट विकसित किया गया है उसी प्रकार शिवजी से जुडे हुए इन विभिन्न तीर्थस्थलों को सम्मिलित करते हुए शिवा सर्किट विकसित किया जावें जिससे इन तीर्थस्थलों की परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की परिक्रमा सुगम होगी तथा यह पर्वतश्रृखला पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगी इसके साथ-साथ यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के नये अवसर सृजित होगें। इसलिए राजगढ में स्थित श्री भूरासिद्व महाराज जी पर्वतश्रंखला पर स्थित इन शिव मंदिर समूहों को कृष्णा सर्किट की तर्ज पर शिवा सर्किट के रूप में विकसित किये जाने हेतु 100 करोड रूपये के बजट आवंटन करवाने का निवेदन किया हैं।उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री जब माचाडी आये थे तब भी इस विषय में उन्हें अवगत कराया था।