उदयपुरवाटी श्री कृष्ण गौशाला में राव टोडरमल की मूर्ति का हुआ अनावरण
सवाई नत्थू सिंह स्मृति संस्थान के तत्वाधान में हुआ कार्यक्रम
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) कस्बे के वार्ड न. 29 में स्थित श्रीकृष्ण गौशाला में सवाई नत्थूसिंह स्मृति संस्थान उदयपुर शेखावाटी के द्वारा बुधवार को दोपहर 1ः15 बजे राव टोडरमल संस्थापक पैतालीसा की मूर्ति का अनावरण समारोह हुआ। मूर्ति अनावरण समारोह के मुख्य अतिथि तारातारा मठ बाड़मेर के महंत प्रताप पुरी महाराज, पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, विशिष्ट अतिथि क्षेत्रिय यूवक संघ के अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह बेण्यावास, श्रीप्रताप फाऊडेशन संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी, श्री भवानी निकेतन संस्थान जयपुर के संरक्षक जालिम सिंह आसपुरा, श्रीराजपूत सभा जयपुर के अध्यक्ष रामसिंह राजावत, श्री भवानी निकेतन संस्थान जयपुर के अध्यक्ष शिवपाल सिंह नांगल, कायमखानी महासभा राजस्थान के संयोजक कर्नल शौकत खां झांझोत, पुर्व विधायक ठाकूर वीरेन्द्र प्रताप सिंह थे। अध्यक्षता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह शाहपूरा करेगें। आयोजक समिति के सचिव कुबेरसिंह शेखावत ने अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया। अतिथियों ने राव टोडरमल की मूर्ति का अनावरण करके दीप प्रज्जवलन किया। कार्यक्रम में आये हुये सभी लोगों ने राव टोडरमल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किये। समारोह को सम्बोदिन करते हुये तारातारा मठ के महंत प्रतापपूरी महाराज ने कहा कि इंसान को खूद के बारे में चिंतन करने की सबसे ज्यादा जरूरी है। हम लोग अन्य लोगो पर चिंतन करके फालतू में टाईम वेस्ट करते है। पहले खूद के महत्व को जाने। महाराज ने कहा कि एक इंसान अपना पेट और परिवार का पेट भरता है तो उसमें वो किसी पर एहसान नही करता है। वो तो उसे करना जरूरी है। हम दुसरों के लिये क्या करते है ये महत्वपूर्ण है।
मानव जीवन में मदिरा ओर मांस के सेवन को कही जगह नही है। फिर भी सब लोग हम उसे तवज्जो देते है। वही पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि हमारे समाज में होने वाले वैवाहिक कार्यक्रमों में चिंतन शिविर लगाते है। उस चिंतन शिविर में मदिरा का सेवन करके हम हमारे समाज के बारे में क्या चिंतन करेगें। समाज की बेटी की शादी में जाते है तो हम सभी अलग से लगे टेंट में बैठकर चिंतन करते है। ओर उसमें चिंतन होना नही है। उस परिवार का जरूर करीब पांच लाख चिंतन शिविर के नाम से खर्च हो जाते है। क्षेत्रिय समाज को इस प्रकार की कुरूतियों से दूर रहना चाहीए। गुढ़ा ने कहा कि पहले परिवार के लोगों को तवज्जों कम मिलता था। 2008 में मेरे पिताजी ने मुझे वोट नही दिया था। उन्होनें गुढ़ा ठाकूर साहब को अपना रिश्ता बनाये रखने के लिये बेटे से परे होकर वोट किया था। मैं उनका बेटा दो बार मंत्री बन गया पर उन्हें मुझ से ज्यादा कोई मतलब नही है, उनके प्रेमी ठाकूर साहब को आज भी मेरे से ज्यादा तवज्जों देते है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि राव टोडरमल जैसे महान व्यक्ति की मूर्ति का अनावरण करके मुझे अपने आप में गौरान्वित महसूस कर रहा हूं। इस दौरान सैकड़ों पैतालीसा के लोग मौजूद थे।