अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत रैली निकाली
कृषि विभाग कार्मिको ने मोटे अनाज के पोषक तत्व व उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया
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वैर :::= भारत सरकार की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत कृषि विभाग कार्मिकों ने आमजन को मोटे अनाज के पोषक तत्व एवं स्वास्थ्य के लिए फायदे को लेकर रैली निकाल कर जागरूक किया। एसडीएम ललित कुमार मीणा निर्देशन में रैली निकाली ।
सहायक कृषि अधिकारी हीरा सिंह ने बताया कि देशभर में राजस्थान की प्रमुख फसलों में मिलेट्स जिनमे बाजरा व ज्वार प्रमुख है। साथ ही दक्षिणी जिलों में सांवा, कांगनी, कोदों, कुटकी आदि की पैदावार की जाती है। मिलेट्स पोषणीय आधार पर अन्य खाद्यान्न फसलों की अपेक्षा बेहतर होते है। जिनमे कुपोषण,मोटापा, ह्रदय सम्बंधित बीमारी, मधुमेह आदि में रामबाण सिद्ध हुए है। औसतन मिलेट्स में 60-70 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट,7-11 प्रतिशत प्रोटीन,1.5-5 वसा सहित अन्य मिनिरल पाए जाते है। वही उन्होंने बताया गेंहू की अपेक्षा बाजरा बेहतर होता है। इन्ही सब बातों को लेकर जन मानस को मिलेट्स के प्रति जागरूक करने के लिए रैली निकाली गई। जिसमें कृषि विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
हीरा सिंह ने बताया कि हमारे प्रदेश का मिलेट्स में प्रथम स्थान है। यहां बाजरा लगभग 57 प्रतिशत क्षेत्रफल में विश्व का 41 प्रतिशत उत्पादित किया जाता है। वही ज्वार 13.20 प्रतिशत क्षेत्रफल में विश्व का 12.35 प्रतिशत उत्पादित की जाती है।
भोजन में इसलिये जरुरी हैं मिलेट्स - वर्तमान समय मे भागदौड़ भरे और व्यस्त जीवन में स्वस्थ रहना एक चुनौती है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. ऐसा भोजन जो संतुलित होने के साथ शरीर को पूर्ण पोषण प्रदान करने वाला भी हो। इस बारे में बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, बस अपने भोजन में बाजरा, ज्वार, रागी, सांवा आदि को शामिल कर लीजिए। स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है।