15 दिन पहले मध्यप्रदेश में हुई हिंसा को लेकर गुर्जर समाज बयाना ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर जताया विरोध, पीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 15 दिन पहले सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के अनावरण को लेकर हुई हिंसा से देशभर के गुर्जर समाज में रोष फैलता जा रहा है। गुरुवार को बयाना में गुर्जर समाज के सैंकड़ों लोगों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एमपी सरकार और ग्वालियर जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए नारेबाजी की। इसके बाद लोगों ने तहसीलदार अमित कुमार शर्मा को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर घटना के बाद प्रशासन की ओर से गुर्जर समाज के लोगों पर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने और सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किए जाने की मांग की। एसडीएम कार्यालय पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों ने बताया कि गत 25 सितंबर को सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण की मांग को लेकर ग्वालियर के फूलबाग मैदान में गुर्जर महाकुंभ आयोजित हुआ था। महाकुंभ के बाद समाज के लोग जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के लिए शांतिपूर्ण पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पर जा रहे थे। तभी सरकार के इशारे पर ग्वालियर जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण पैदल मार्च कर रहे समाज के लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज कर दिया। इससे गुर्जर समाज के कई लोग घायल हो गए। वहीं एक महिला को भी पुलिस ने रातभर थाने में बंधक बनाकर रखा। गुर्जर समाज के लोगों ने बताया कि प्रशासन की ओर से समाज के काफी लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस आए दिन उन लोगों को परेशान कर रही है। इससे देशभर के गुर्जर समाज में आक्रोश व्याप्त है और अगर जल्द ही सरकार और प्रशासन ने मामले में सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो देशभर का गुर्जर समाज मध्य प्रदेश पहुंच कर वहां के समाज को समर्थन देगा और मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकेगा। इससे पहले भगवती कॉलोनी स्थित देवनारायण मंदिर में समाज के लोगों की बैठक भी हुई थी। इस अवसर पर रिटायर्ड सीबीईओ दिनेशसिंह तंवर, गुर्जर कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष अतरसिंह महरावर, पूर्व सरपंच रामप्रसाद, मोहरपाल, मानसिंह अड्डा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य डूंगर सिंह महरावर, विक्रम सिंह, सुभाष सालाबाद, मनोज दमदमा, भगवान सिंह कोट, लालपत ठेकदार, सुरेंद्र समोगर, भगवान दास थानाडांग आदि मौजूद रहे।