पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र मे उत्कृष्ट सेवाकार्यों के लिए शिक्षक बिश्नोई को किया मुकाम -लालासर मे सम्मानित
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) धोरीमन्ना:-उपखण्ड की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाबूबेरा मे कार्यरत पर्यावरण प्रेमी व स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई द्वारा अध्यापन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र जिसमें घायल वन्यजीवों का रेस्क्यू,सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त धरती अभियान,नशामुक्ति अभियान, भोजन करते समय जूठन न छोड़ने हेतु जनजागरुकता अभियान,विभिन्न सामाजिक-धार्मिक व अन्य समारोहों मे लोगों को तांबे के लोटों से जल पिलाकर नशा नहीं करने की सीख देने,समय-समय पर वृक्षारोपण करने,विद्यालय परिसर को प्राकृतिक वातावरण के अनुकूल बनाने हेतु विभिन्न वाटिकाओं का निर्माण कर परिसर को हरा-भरा करने,गौमाता की सेवा हेतु गौशाला का संचालन व पक्षियों की सेवा जैसे कई समाज सुधार के सेवा कार्यों में निस्वार्थ भाव से समय देने के कारण लालासर साथरी मे आयोजित युवा संगम व प्रतिभा सम्मान समारोह मे व मुकाम मेले मे आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह मे मेहमानों द्वारा स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ताकि नयी ऊर्जा और जोश के साथ सेवा कार्यों को अनवरत जारी रख सकें।लालासर साथरी मे आयोजित युवा संगम व प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मेघाराम डीजीपी एल आर बिश्नोई ने कहा प्रकृति हमारी वास्तविक मां की तरह होती है जो हमें कभी नुकसान नहीं पहूंचाती बल्कि हमारा पालन पोषण करती है तो हमारा भी नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए समय दें।मुकाम मेले मे आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुङिया ने कहा कि इस दुनिया मे सबसे ज्यादा देखने योग्य कोई चीज है वो प्रकृति है प्रकृति हमारे जीवन में अपना बहुत प्रभाव डालती है इसलिए हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना समय देना चाहिए नहीं तो हमारा जीवन जीना कठिन हो जायेगा।