गुरलाँ कालिका माँ के दर्शन के लिए पहाड़ी पर चढते भक्त अब दर्शनीय स्थल की पहचान
कालिका माता के दो मन्दिर वर्षों पुर्व दोनों देवी के एक साथ दर्शन होते थे ,अब एक देवी पहाड़ी पर तो दुसरी गाँव में विराजमान
गुरलाँ (बद्रीलाल माली) मेवाड़ की देवी के रूप में कालिका माता में लोगों की आस्था बहुत है कालिका माता के मेवाड़ में चमत्कार बुजुर्ग लोगों से बहुत सुनीं गुरलाँ राजमार्ग 758 भीलवाड़ा से राजसमन्द पर स्थित है यहाँ प्राकृतिक रंगों में आप देखते बनतीं है हाईवे पर हिलोरें लेता रणजीत सागर तो, तलहटी पर अमरूद, नीबू के बगान, पहाडी़ पर स्थित कालिका माता का चमत्कारी मा के दर्शन के साथ ही पर्यटन के रूप में पर्यटकों का आस्था का केन्द्र बन गया है पहाड़ी से कई किलोमीटर दुर के नजारे अपनी आँखों में केद कर सकते हैं नवरात्रि में माता का दरबार रोशनी से जगमगा रहा है जिसकी रंगबिरंगी रोशनी राजमार्ग से देखीं जा सकतीं है
गुरलाँ में कालिका माता के वर्तमान में दो मन्दिर है एक गाँव में तो दुसरा एक किलोमीटर पहाड़ी पर स्थित है जो वर्षों पुर्व गाँव में कालिका माता के मन्दिर में कालिका माता के साथ ही पहाड़ी वाली कालिका माता साथ ही दर्शन देतीं हैं बुजुर्गों ने कहा कि पहले बहार के लोग चोरी करने गांव में प्रवेश होने पर कालिका माता आवाज लगातीं थी इससे परेशान होकर चोरों ने दोनों बहनें कालिका माता जो बोल कर गांव के लोगों को आगाह करतीं उस मातारानी को चोर ले गए जो पहाड़ी पर वर्तमान स्थान पर चोर अन्धे होने पर कालिका माता को वही छोड़ दिया फिर माता ने पहाड़ी पर ही स्थापित हो गई जिसके दर्शन पहाड़ी पर कालिकामाता के भक्त माता के दरबार में चले आते हैं, वर्तमान में कालिका माता पहाड़ी पर विशाल मंदिर है माता के दर्शन के लिए शनिवार रविवार को भक्तों की अच्छी तादाद में महिला पुरूष बच्चे आतें है