कस्बे के फुटपाथ पर पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों का कब्जा: छुड़ाने में प्रशासन नाकाम हो रहा साबित
प्रशासन मौन, क्यों नहीं दे रहा सड़क अतिक्रमण पर ध्यान ?.. क्या जिले के उच्च अधिकारी दिला पाएंगे राहगीरों को निजात ?
राहगीर मजबूरन सड़क पर चलने को हो रहे विवश,,, कभी भी घट सकती है अप्रिय घटना
गोलाकाबास (राजगढ़/ अलवर) राजगढ़ उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोलाकाबास अलवर दौसा सड़क मुख्य मार्ग पर अवैध अतिक्रमण के कारण आए दिन सड़क गायब होती दिखाई दे रही है। अतिक्रमण एक मुद्दा नहीं सच्चाई है और अब समस्या भी बन गया है। दुकानदार व रेहड़ी वालों ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है। जिसके चलते आए दिन करीब 20 से 30 मिनट का ट्रेफिक जमावड़ा उत्पन हो रहा है। जिसमे आपातकालीन सेवाएं जैसे वाहन भी गोल है। सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण के चलते जगह नहीं होने से सड़क के उप्पर जीप,बस,रिक्शा,सवारी वाहन तथा बाइक, आदि वाहन चालकों को नियमों की धज्जियां उड़ाना पड़ रहा है। अपनी मनमर्जी से जगह तय करके वाहन खड़े कर देते है। इस संदर्भ में पूर्व में भी न्यूज प्रकाशित की गई। लेकिन प्रशासन मौन क्यों ? अवैध अतिक्रमण समस्या है या लोगों का अधिकार ? सड़क पर पैदल व वाहन से राहगीरों के साथ हादसा हुआ तो जिम्मेदार कौन? जब ट्रेफिक जाम अधिक लगता है उस दिशा में पुलिस का भी सहयोग बनता है, लेकिन पुलिस जवानों भी ट्रेफिक से कोई लेना देना नहीं ऐसा क्यों ?
जब बात उन गरीब मासूम परिवारों की आती है जो सार्जनिक भूमि पर कब्जा कर कच्चे पक्के झोपड़े बना लिए जाते है। जिस पर नागरिकों को कोई आपत्ति नही होती उन मामलों पर प्रशासन की और से बुलडोजर चला दिए जाते है, और जब आम लोगों, राहगीरों की समस्या व उत्पीड़न के चलते जब बात प्रशासन के आन बान और शान की आती है तो मौन होता क्यों नजर आता है ? क्या जिले के उच्च अधिकारी दिला पाएंगे राहगीरों को निजात ? सार्वजनिक भूमि के अतिक्रमण की रोकथाम में स्थानीय अधिकारियों और राज्य सरकारों को सक्रिय होना चाहिए। नागरिकों को नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए और यदि वे कानून के शासन का उल्लंघन करते हैं, तो उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए। भूमि के कानून का सम्मान करना आदर्श होना चाहिए। लेकिन लोगों को आज भी फुटपाथ पर होते अतिक्रमण से छुटकारा नहीं मिल पाया है।
फुटपाथ पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। जिसे प्रशासन छुड़ाने में नाकाम साबित हो रहा है। प्रशासन को इस मामले पर ऐसी क्या वजह है जिसके चलते प्रशासन बिल्कुल गंभीर नहीं है ? राहगीर मजबूरन सड़क पर चलने को विवश हो रहे हैं। कभी भी उसके साथ कोई अप्रिय घटना घट सकती है। प्रशासन को इस ओर कार्रवाई करने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। बार-बार मांग करने के बावजूद अतिक्रमणकारियों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा। राहगीर दिनों दिन परेशान हो रहे हैं। अतिक्रमण के कारण दिल्ली,हरियाणा,मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश,झारखंड, राजस्थान व अन्य राज्यों के आवाजाही वाहन बड़ी मुसीबत से निकल रहे है।
विधानसभा चुनाव नजदीक आते दिखाई दे रहे है। जिसमें आए दिन ट्रेफिक बढ़ता जा रहा है। जिससे बस स्टैंड, गोलाकाबास के हालात खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में दिनभर यहां जाम लगता रहता है। जिसके चलते राहगीरों में हादसे का भय बना हुआ है। लोगों ने सड़क मार्ग पर बढ़ते अतिक्रमण व सड़क के दोनों किनारों पर वाहन खड़े करने वालों पर प्रशासन से मांग की है कि जल्द इस ओर ठोस कार्रवाई की जाए। जिससे शहर के हालात और खराब न हो सके। और राहगीरों को निजात मिल सके।