मेले में गुम हुए बच्चों को पुलिस ने परिजन से मिलाया, जानकरी देने में थे असमर्थ, भाई को देख लगे गले
बदायूं (उत्तरप्रदेश/अभिषेक वर्मा) दातागंज में चल रहे रामलीला मेले में दो बच्चें भीड़ भाड़ में गुम हो गए, परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिले। दोनो बच्चें अपने परिजनों की जानकारी देने में असमर्थ थे। दीपावली त्योहार के चलते कोतवाली दातागंज में तैनात उपनिरीक्षक अनूप सिंह, दातागंज कस्वें की मुख्य बाजारों में आम जन मानस की सुरक्षा की दृष्टि से पैदल गश्त कर रहे थे तभी एक मेले के पास कांसपुर रोड पर कपड़ा व्यापारी की दुकान के पास दो बच्चे रो रहे थे व्यापारी से वार्ता करने पर व्यापरी ने बताया कि सर यह दोनों बच्चें काफी देर से रो रहे हैं मैंने दोनों बच्चों को भीड़ भाड़ के के कारण रोक कर रखा हैं, वही बच्चों को कपड़ा व्यापारी कोतवाली लें आया, कोतवाली दातागंज के हेड कांस्टेबल विनोद कुमार कश्यप ने कस्वा इंचार्ज उपनिरीक्षक लबगिरी एवं कांस्टेबल पंकज सैनी ने दोनों बच्चों के फोटो व्हाट्सप्प से ग्राम प्रधानों को भेजे, पुलिस की इस पहल से पता चला कि बच्चें कोतवाली क्षेत्र के गांव सलेमपुर के हैं जिसके बाद कोतवाली दातागंज के क्राइम इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने ग्राम प्रधान से फोन से वार्ता कर बच्चों को लेने उनके परिजनों को जल्द से कोतवाली भेजने को कहा, बच्चों के परिवार से बच्चों का एक बड़ा भाई रामसरन कश्यप कोतवाली दातागंज बच्चों को लेने आया , रामसरन ने बताया कि मेरी मां कमला का रो रो कर सुबह से ही बुरा हाल है वह और मेरे पिता हेमराज दोनों ही अलग अलग होकर कस्बे व गांव गांव दोनों बच्चों को तलाश कर रहे हैं। यह दोनों बच्चें सुबह पिता के साथ चुप चाप पीछे पीछे मेले में घूमने के लिए निकल आए थे मेले के आस पास गुम हो गए थे वही इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने देखा दोनों छोटे बच्चों के पैरो में चप्पल नही हैं जिसको देख दीपावली त्योहार के चलते दोनों बच्चों को चप्पल और पटाखे मंगाकर देते हुए बिस्कुट खिलवाये,बच्चों को इनके भाई रामसरन कश्यप से लिखित लेते हुऐ सुपुर्द कर दिया। दातागंज कोतवाली पुलिस की इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की जा रही है। दातागंज क्राइम इंस्पेक्टर जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत लापता बच्चों को परिवार से मिलवा दिया गया हैं।