राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा: यहां कभी होते हैं त्रिकोणीय तो कभी चतुष्कोणीय और पंचकोणीय मुक़ाबले
लक्ष्मणगढ़ (अलवर,राजस्थान/कमलेश जैन) राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र का इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। यहां कभी त्रिकोणीय तो कभी चतुष्कोणीय और पंचकोणीय मुकाबले भी होते रहे हैं। साथ ही इस सीट पर अब तक सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड कांग्रेस के नाम रहा है। लेकिन यह सीट कभी भी कांग्रेस का गढ़ नहीं बन सकी। यहां तीसरी शक्ति सिर उठाती रही है। यहां से मौजूदा विधायक जोहरी लाल मीणा रहे।
राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड समरथ लाल मीणा के नाम रहा है। उन्होंने कुल पांच बार जीत हासिल की। जिसमें से एक बार कांग्रेस एक बार निर्दलीय और तीन बार भाजपा की टिकट पर जीते। इस सीट से गोलमा देवी भी जीत चुकी हैं। एवं समाजवादी पार्टी के सूरजभान धानका भी अपनी जीत दर्ज कर चुके हैं।
जातीय समीकरण
इस सीट पर तकरीबन 50 फीसदी से ज्यादा आबादी मीणा जनजाति की है। वहीं इसके बाद एससी और ब्राह्मण समुदाय का भी अच्छा प्रभाव है। इसके अलावा मेव मुस्लिम, गुर्जर, राजपूत और वैश्य समाज भी अपना सियासी वर्चस्व रखते हैं।
पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के जोहरी लाल मीणा को टिकट दिया तो वहीं बीजेपी से समर्थ लाल के पुत्र विजय समर्थ लाल को टिकट मिला। जबकि बसपा ने भी बना राम मीणा को टिकट दिया तो वहीं चुनाव में सपा के सूरजभान धानका एक बार फिर चुनावी मैदान में उतर आए। चुनाव में कांग्रेस के जोहरी लाल मीणा को 82,876 मत मिले और उसके साथ ही जोहरी लाल मीणा की जीत हुई। वहीं भाजपा के विजय समर्थ लाल दूसरे और बसपा के बना राम मीणा तीसरे स्थान पर रहे।
वर्तमान 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बीजेपी समाजवादी पार्टी एवं भाजपा कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों के साथ ही निर्दलीयों ने अपना अपना प्रचार प्रसार जोरों पर कर रहे है। 16 प्रत्याशी विधानसभा क्षेत्र में अपना अपना भाग्य आजमा रहे हैं।