पत्नी के बाद पति-चाचा के बाद भतीजा मुकाबले में आए सामने,भाजपा के बागी ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला
गोविंदगढ़, अलवर (अमित खेड़ापति)
अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा में चुनाव के लिहाज से इस बार हॉट सीट बना हुआ है प्रदेश भर में रामगढ़ विधानसभा हॉट सीट के रूप में जानी जाती रही है यहां आसपा ने भाजपा छोड़कर आए सुखवंत सिंह को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने विधायक साफिया जुबेर खान के पति पूर्व विधायक जुबेर खान को मैदान में उतारा है जुबेर खान का मेव समुदाय में खासा दबदबा होने से चुनाव में उनका पक्ष मजबूत रहा है। वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा के भतीजे जय आहूजा को अपना प्रत्याशी बनाया है अब यहां मुकाबला त्रिकोणीय बनता हुआ दिख रहा है।
रामगढ़ विधानसभा में इस बार चुनाव रोचक रूप से लड़ा जा रहा है जहां पर जुबेर खान के द्वारा 16 नवंबर को रामगढ़ में कार्यालय का उद्घाटन भवन जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में किया गया वहीं गोविंदगढ़ कस्बे में अभी तक कांग्रेस अपना कार्यालय तक नहीं खोल पाई है राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो जुबेर खान अपना पडला भारी मान रहे हैं क्योंकि वह पूरे मेव समुदाय के वोट लेने के साथ अन्य समुदायों के वोट से वह अपनी जीत सुनिश्चित कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस अभी तक रामगढ़ विधानसभा में बड़े नेता की सभा तक तय नहीं कर पाई है। विधानसभा में लोगों मैं चर्चा का विषय यह बना हुआ है कि विधायक सफिया जुबेर खान के कार्यकाल में विकास कार्य हुए तो उनका टिकट क्यों काट दिया गया। जबकि पैनल में तो जुबेर खान का नाम तक नहीं था। कहीं ना कहीं सोफिया जुबेर खान का विरोध यहां पर था जिसके बाद पार्टी ने उनके पति पर भरोसा जताया है लेकिन एक ही परिवार के खिलाफ अगर विरोध दर्ज था तो क्या इसका खम्याजा जुबेर खान को भुगतना पड़ सकता है। वही पूर्व के चुनावों में कस्बो से कम वोट मिलना भी कोंग्रेस प्रत्यासी के सामने चुनोती पेश कर रहे है गोविंदगढ़ क्षेत्र में विधायक साफिया जुबेर खान के द्वारा कराए गए कार्यों के धरातल पर नहीं उतरने के कारण आम जन में काफी विरोध देखने को मिल रहा है
वहीं भाजपा के प्रत्याशी ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे जय आहूजा भी जीत के दावे कर रहे हैं लेकिन गोविंदगढ़ बड़ौदामेव मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के इस्तीफा दिए जाने के बाद वहां पर भी भाजपा डैमेज कंट्रोल कर रही है हालांकि यह दोनों स्थान पूर्व में बीजेपी के गढ़ रहे हैं 2018 में ज्ञानदेव आहूजा का टिकट काटकर पार्टी ने सुखवंत सिंह को यहां का प्रत्याशी बनाया था उसे समय रामगढ़ विधानसभा में ज्ञान देव आहूजा का विरोध हुआ था लेकिन 2023 में एक बार फिर जय आहूजा को यहां से उम्मीदवार के तौर पर भेजा गया है। जिनके के साथ युवाओं का हुजूम देखने को मिल रहा है।
रामगढ़ विधानसभा में इस चुनावी मुकाबले को भाजपा के बागी उम्मीदवार सुखवंत सिंह आसपा से चुनाव लड़ रहे हैं जो की कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों को चुनौती पेश कर रहे हैं। जिससे कि यह मुकाबला त्रिकोणीय संघर्ष में तब्दील होता हुआ नजर आ रहा है। ओर सुखवन्त सिंह sc की लगभग 55000 वोटों के साथ दावेदारी पेश कर रहे है।
इस चुनाव में ओड राजपूत,माली,गुर्जर,जाट,यादव,ब्राह्मण,वैश्य,प्रजापत,सैन आदि के वोट निर्णायक साबित होंगे।