देवउठनी एकादशी को लेकर लक्ष्मणगढ़ बाजार में बढ़ने लगी रौनक
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/कमलेश जैन) देवता के जागरण का पर्व देवोत्थान देवउठनी एकादशी का पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। 23 नवंबर के दिन भगवान विष्णु 4 महीने की निद्रा से जागगे । इसलिए इसका नाम देवउठनी एकादशी पड़ा। देवउठनी एकादशी के अबूझ सावा होने से बाजार में खरीदारों की संख्या बढ़ गई है। एकादशी को लेकर कस्बे के बाजारों में काफी रौनक देखने को मिल रही है। इस दिन शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह होगा। हिंदू धर्म में तुलसी को पूजनीय माना गया है। कई अवसरों पर तुलसी की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। देवउठनी एकादशी भी इन अवसरों में से एक है।
व्यापारी वर्गो ने बताया कि सुबह के समय बाजार में ग्राहकी थोड़ी कम है। देर दोपहर एवं शाम तक बाजार में ग्रहाको की संख्या बढ जाती है। खाद्य पदार्थ रेडीमेड वस्त्र व्यापारी सराफा बाजार मे इन दिनों ग्राहकों की आवक अच्छी बनी हुई है।