बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों का 15 दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का समापन
डॉ चंद्रप्रकाश दीक्षित, उप निदेशक आयुर्वेद विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आयुर्वेदिक महाविद्यालय भरतपुर में आज़ बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों का 15 दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का समापन हुआ। डॉ जिज्ञासा साहनी, अधीक्षक, आरबीएम अस्पताल भरतपुर ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उपस्थित छात्रों का आव्हान किया कि प्रत्येक चिकित्सा पद्धति अपना अलग महत्व रखती है, इसलिए हम पूरी ईमानदारी से अपनी पढ़ाई पूरी करते हुए मानव सेवा के लिए संकल्प लें। ईश्वर ने हमें यह सुअवसर प्रदान किया है कि हम आयुर्वेद चिकित्सक के रूप में मानव जगत की सेवा कर सकें। डॉ साहनी ने आध्यात्म के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गीता केवल एक ग्रंथ या पुस्तक नहीं है, बल्कि यह जीवन पद्धति है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग भरतपुर संभाग ने आयुर्वेद की पढ़ाई के महत्व को स्वीकार करने की सलाह देते हुए कहा कि अगर हम अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे तो मानव समाज हमें याद रखेगा। शर्मा ने बताया कि ज्ञान, दक्षता और सकारात्मक रवैया अपनाएंगे तो फिर सफलता अवश्य मिलेगी।शर्मा ने आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में पूरी तरह निष्ठावान हो कर मानवीय सेवा करने का भी आव्हान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में डा रीना खंडेलवाल, प्राचार्य आयुर्वेद महाविद्यालय ने 15 दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की प्रगति प्रस्तुत करते हुए बताया कि बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों का मनोबल बढ़ाने और विश्वास पैदा करने के लिए भरतपुर संभाग के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित कर छात्रों का मार्गदर्शन किया गया है।डॉ चंद्रप्रकाश दीक्षित ने मंच का संचालन करते हुए आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस पद्धति के द्वारा ही मानव जीवन के सभी रोगों का उपचार करते हुए उन्हें जड़ से खत्म किया जा सकता है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ निर्मल खंडेलवाल,डॉ कुलदीप शर्मा, डॉ आशीष विजय, डॉ प्रियंक शर्मा डॉ राजेन्द्र वैष्णव, डॉ सीमा वर्मा डॉ चंद्रप्रकाश गुणावत, चित्रा पाठक, सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।