मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती जी का 53 वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया
बयाना,भरतपुर
बयाना (भरतपुर) आज यहां प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व-विद्यालय की ओर से मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती जी का 55 वां पुण्य स्मृति दिवस राजयोगिनी ब्र. कु. कमलेश बहन जी की अध्यक्षता में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वरीय स्मृति गीत के साथ ब्र. कु. गीता बहन ने की एवं सभी अतिथियों का तिलक एवं पुष्पों के द्वारा स्वागत किया गया। वर्तमान स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा है कि हर क्षण अंतिम क्षण है क्योंकि बढती हुई बीमारी से आज हर मानव भय ग्रस्त जीवन जी रहा है। ऐसे में हम इस ईश्वरीय विश्व-विद्यालय से जो श्रेष्ठ विचार प्राप्त हो रहे हैं उससे जीवन में एक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। मातेश्वरी जी के जीवन से यदि हम एक-एक विशेषता को लेते हैं तो हमारा जीवन सार्थक हो जायेगा उक्त विचार डॉ ऋतु बनावत पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में रखे।
जीवन में सच्ची सुख शांति प्राप्त करनी है तो यहां पर आकर प्राप्त होती है हमें शारीरिक योगा के साथ-साथ मेडिटेशन (राजयोग) भी अति आवश्यक है उक्त विचार भ्राता ऋषि बंसल के अंतर्गत रखें। कार्यक्रम के अंतर्गत भ्राता राजेश गोयल राष्ट्रीय मंत्री अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज हम मातेश्वरी जगदंबा के बारे में सुनकर ऐसा महसूस कर रहे हैं कि उनकी आज सृष्टि पर बहुत जरूरत है हम प्यासी आशा को तृप्त करने के लिए एक बार आ जाएं तो बहुत खुशी होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही राजयोगिनी ब्र. कु. कमलेश बहनजी प्रभारी बयाना उपसेवा केंद्र ने अपने वक्तव्य में बताया कि मम्मा कभी भी किसी की कमजोरी अपने चित्त पर नहीं रखती थी और सभी को साथ में लेकर चलती थी सबको सम्मान देती थी मातेश्वरी जी को सब छोटा हो या बड़ा हो मम्मा ही कहते थे। हमें यह संकल्प लेना है कि मम्मा की एक विशेषता को हम एक वर्ष तक धारण करेंगे तो हमारे अंदर आध्यात्मिकता विकास होगा। सभी ने मिलकर मातेश्वरी जी पर पुष्प अर्पित किए एवं सभी अतिथियों को प्रसाद एवं ईश्वरीय सौगात भेंट की गई इस कार्यक्रम में भ्राता ब्र. कु. टीकम भ्राता सोनू मित्तल भ्राता कु. प्रवीण शास्त्री जी अशोक खत्री जी एवं अन्य भाई-बहन उपस्थित थे।