ब्लास्टिंग कर नष्ट की जा रही खनन प्रतिबंधित क्षेत्र की संरक्षित वन सम्पदा, धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ हरिओम मीणा) हरिओम मीणा -कामां थाना क्षेत्र में वन संरक्षित खनन प्रतिबंधित क्षेत्र में वन विभाग व पुलिस की मिलीभगत के चलते अवैध खनन धड़ल्ले से हो रहा है सरेआम अवैध खनन के पत्थरों से भरे वाहन कामा कस्बे मे कोसी रोड स्थित वन विभाग कार्यालय के सामने से गुजरते हैं लेकिन वन विभाग के अधिकारी आज तक इन अवैध खनन के पत्थरों का परिवहन करने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं सका है कामा क्षेत्र के गांव टायरा,लेवड़ा, अकबरपुर, मुल्लाका, सुन्हैरा,गढ़ाजान, अंगरावली,बिलग व चरण पहाड़ी के पहाड़ों में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है धार्मिक महत्व के चरण पहाड़ी के पहाड़ में हो रहे अवैध खनन व अवैध ब्लास्टिंग से राष्ट्रीय पक्षी मोर के जीवन पर भी खतरा मंडराता रहता है ब्लास्टिंग के पत्थरों की चपेट में आने से आए दिन राष्ट्रीय पक्षी मोर की भी मौत हो जाती है
अवैध खनन कर्ताओं द्वारा रोजाना विस्फोटक लगाकर पहाड़ो में विस्फोट कर पत्थर तोड़े जाते हैं विस्फोटों की आवाज कामां कस्बे तक सुनाई देती है अवैध खनन माफिया अवैध रूप से ब्लास्टिंग कर वन संपदा को नष्ट करने में लगे हुए हैं लेकिन पुलिस प्रशासन खनिज व वन विभाग अवैध खनन रोकने के प्रति जरा भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है वन संरक्षण क्षेत्र में खनन लगवाने की मांग को लेकर कई बार साधु संत ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन फिर भी वन विभाग व पुलिस अवैध खनन कर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने पर चुप्पी साधे हुए हैं गत दिनों कामां एसडीएम दिनेश कुमार शर्मा ने वन विभाग, परिवहन विभाग,पुलिस व खनिज विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर अवैध खनन रोकने को लेकर प्रभावी निर्देश दिए थे लेकिन एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों ने अभी तक वन संरक्षित क्षेत्र में होने वाले अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जिससे अवैध खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं|