लावारिश पिकअप में 9 गोवंश को छोडक़र भागे तस्कर,एक बछड़े की मौत
ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने पिकअप से दो घण्टे कड़ी मशक्कत कर बाहर निकाला
मण्डावर थाना ईलाके गांव गढ़हिम्मतसिंह में रविवार की सुबह करीब 9 बजे गायों से भरी एक पिकअप को गौ तस्कर लावारिश अवस्था में छोडक़र भाग गए। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने पिकअप को जब्त कर लिया और ठूस-ठूस कर भरी रखी घायल गोवंश को बाहर निकालकर उपचार करवाके महुवा गोशाला भिजवाया गया। जिसमें एक बछड़े की दम घुटने से पिकअप के अन्दर ही मौत हो गई। वहीं घायल गायों का इलाज करा कर महुवा स्थित श्री कृष्ण गोपाल गौशाला संचालक गोपुत्र अवधेश अवस्थी द्वारा डॉक्टर के बुलवाकर इलाज कराया जा रहा है जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी सचिन शर्मा ने बताया कि रविवार को सुबह करीब 6 बजे मुखबीर से सूचना मिली कि गढ़हिम्मत सिंह से खेड़ली की ओर जाने वाले मार्ग पर चामण्ड माता के मन्दिर के सामने एक टाटा वाहन रोड़ के किनारे खड़ी हुई है जिसमें गाय भरी हुई है। जिसको लेकर थाना पुलिस मय जाप्ते के तुरंत गांव गढ़हिम्मत सिंह से खेड़ली की ओर जाने वाले रोड़ पर पहुंची। जहां पर चामण्ड माता के मन्दिर के सामने एक टाटा गाड़ी रोड़ के किनारे खड़ी हुई मिली जिसके पीछे देखा गया तो वाहन के अन्दर कुल 9 गोवंश भरे हुये मिले। जिनके मुहँ व पैर रस्सीयों से बंधे हुये थे।
जिनमें 6 गाय व 3 बछड़े मिले। जिनमें से एक बछड़े की दम घुटने से पिकअप गाड़ी के अन्दर ही मौत हो गई थी जो मृत अवस्था में मिला और जीवित घायल 8 गोवंश को पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत कर पिकअप गाड़ी से बाहर निकाला और जीवित 8 गौवंश घायल अवस्था होने के कारण मौके पर निजी पशु सहायक मदन लाल प्रजापत रींदली के द्वारा उपचार करवाया गया। वही मृत बछड़े को घटना स्थल के पास ही स्थित जमीन में दफनाया गया। वही घायल गोवंश को महुवा स्थित श्री कृष्णगोपाल गोशाला महुवा पहुंचाया गया जहां गौ पुत्र अवधेश अवस्थी के द्वारा डॉक्टर के नेतृत्व में उपचार कर देख-रेख की जा रही है। पुलिस ने पिकअप को जब्त कर अज्ञात गो तस्करों के खिलाफ गौवंश तस्करी का मामला दर्ज कर तस्करों की तलाश शुरू कर दी गई है।
पिकअप कार में गद्दों की तरह हाथ-पैर,मुंह बंाधकर भरी रखी थी जिंदा गाये
मुखबीर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गढ़हिम्मतसिंह गांव में पिकअप कार में ऊपर चढक़र तिरपाल हटाकर देखा तो अचंभित रह गए। गो तस्करों ने पिकअप कार में गौवंश को बड़ी बेहरमी से उनके हाथ-पैर व मुंह को एक ही रस्सी से बांधकर रजाई गद्दों की तरह ऊपर-नीचे ठूंस-ठूंस कर जमाकर भर रखा था। गो तस्करों ने गोवंश को कार में एक दूसरे के मुंह,पैर से भी बांध रखा था जिससे की जरासी हलचल भी नही कर सकें। पुलिस ने गौ सेवा समिति मण्डावर रायपुर के गो सेवक एवं स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से एक-एक गोवंश को बड़ी मशक्कत के बाद पिकअप कार से बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। गो तस्करों ने गोवंश को इस तरह से ठूंस-ठूंस कर भरा की कार के अन्दर ही एक बछड़े की दम घुटने से मौत हो गई।
गौ सेवकों ने बचाई घायल गौवंश की जान - यहां लावारिश पिकअप में गोवंश भरे होने की सूचना मिलते ही गौ सेवा समिति मण्डावर रायपुर टीम चंद मिनटों में गढ़हिम्मतसिंह पहुंची। जहां पुलिस की मद्द करते हुए पिकअप कार से घायल गोवंश को बाहर निकाला गया। जिसके बाद मौके पर निजी पशु सहायक मदन लाल प्रजापत को बुलवाकर एक-एक घायल गोवंश का प्राथमिक उपचार करवाया गया। इस दौरान गौ सेवकों ने घायल गांवों के हाथ-पैरों की मालिश करते हुए उनके शरीर के घावों पर दवाई लगाकर उपचार करवाया गया। गोपुत्र अवधेश अवस्थी सहित गो सेवकों की टीम द्वारा गोवंश की जान बचाने के लिए किए गए सहयोग की स्थानीय ग्रामीणों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। मण्डावर के समीप गढ़हिम्मतसिंह गांव में पिकअप कार से गोवंश को उतारते व घायल अवस्था में पड़ी गोवंश एवं पिकअप में रस्सी से बांधने के बाद गोवंश का कटा पड़ा शरीर।