खैरथल मंडी में प्याज की बम्पर आवक हुई, निर्यात बंद होने से किसानों को कम मिले दाम
व्यापारियों ने बताया कि स्थानीय बाजार में भाव काबू करने के लिए सरकार ने लगाई रोक
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) कस्बे में शुक्रवार को प्याज मंडी में प्याज की की बम्पर आवक हुई लेकिन भारत सरकार द्वारा प्याज का एक्सपोर्ट बंद करने के कारण भाव में 10 रुपए प्रति किलो तक गिरावट आ गई, जिससे किसान मायुस हो गए। इधर प्याज के भाव में अचानक गिरावट आने से व्यापारियों के सौदे जो बाहर किए हुए थे अटक गए तथा उनका घाटा हुआ। व्यापारी अशोक प्रधान, रोशन लाल, नरेश कुमार आदि ने बताया कि केंद्र सरकार ने 7 दिसम्बर को आदेश जारी कर प्याज के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया जिसके तहत बांग्लादेश की बार्डर पर खड़े हुए प्याज के लगभग 300 ट्रकों को वापस लौटना पड़ा जो बंगाल, बिहार आदि राज्यों में आकर वापस बिक्री हुई।
जहां 10 रुपए प्रति किलो तक के कम रेट पर प्याज बेचना पड़ा जिससे व्यापारियों को करोड़ों रुपए का घाटा हो गया। बंगाल, बिहार सहित अनेक राज्यों में गुरुवार तक जहां प्याज के भाव 50 रुपए प्रति किलो तक थे वह गिरकर 30 से 35 रुपए प्रति किलो थोक मंडी में रहे। शुक्रवार को खैरथल प्याज मंडी में लगभग 80 हजार प्याज के कट्टों की आवक रही लेकिन भाव में 10 रुपए प्रति किलो गिरावट आने की वजह से 18 से 27 रुपए प्रति किलो तक प्याज की बिक्री हुई जिससे किसान मायुस हो गए। गुरुवार को 26 से 36 रुपए प्रति किलो तक प्याज के भाव रहे।
खैरथल के समीपवर्ती ग्राम झाड़ोली निवासी किसान हाकम, चांदोली निवासी फकरू, मौहम्मद, ग्राम पालाई निवासी अब्दुल, ग्राम जटियाना निवासी गणपत, कचोलिया की ढाणी निवासी राजेंद्र आदि ने बताया कि कल तक प्याज के भाव अच्छे थे लेकिन आज 10 रुपए प्रति किलो तक भाव कम हो गए जिससे उनका काफी नुकसान हुआ है। इधर व्यापारी मुरारी लाल डाटा,टीकम दास, नरेश कुमार, मोती लाल आदि ने बताया कि एक्सपोर्ट बंद होने की वजह से अब प्याज के भाव में तेजी की संभावना नहीं है। साथ ही नासिक, महुआ का अच्छी क्वालिटी का प्याज आ रहा है इसलिए स्थानीय प्याज की डिमांड कम रहेगी।