सकट में भागवत कथा में सुदामा चरित्र की कथा का प्रसंग सुनाया
सकट कस्बे की आसन की डूंगरी पर स्थित श्री ख़ाक नाथ जी महाराज मंदिर पर विश्व शांति एवं मानव कल्याण के लिए ग्रामीणों के सहयोग से चल रहे नव कुंडीय रुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दौरान शनिवार को सकट गांव के कथा वाचक पं राधा माधव शास्त्री ने कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को सुदामा चरित्र व सुकदेव विदाई की कथा का प्रसंग सुनाया। वही कथा के दौरान बीच-बीच में गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया और भगवान के जयकारे लगाए। वही विराटनगर के यज्ञाचार्य पं कृष्ण कुमार शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चारणों के साथ यजमानों से यज्ञ वेदियों में शुद्ध गाय के घी एवं हवन सामग्री की आहुतियां दिलवाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने यज्ञ वेदियों में आहुतियां डालकर भगवान से क्षेत्र की खुशहाली के साथ ही परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। वही यज्ञ कार्यक्रम के दौरान चल रही रासलीला में शुक्रवार रात्रि को गोविंद रास मंडल गोवर्धन के कलाकारों के द्वारा भगवान श्री कृष्ण एवं भक्त मीराबाई की लीला का मंचन किया गया। लीला के आचार्य गोविंद शर्मा ने बताया कि रास लीला का मंचन देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है। यज्ञ कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सरपंच नरसी राम मीणा व कमेटी उपाध्यक्ष मोती लाल गुर्जर ने बताया कि रविवार को रुद्र महायज्ञ एवं कथा की पूर्णाहुति होगी। इस मौके पर ग्रामीणों द्वारा दाने (बूंदी) व पुरी सब्जी की प्रसादी का विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भंडारे में लगभग 25 से 30 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। जिसके लिए यज्ञ कमेटी के द्वारा 30 मण चीनी के दाने (बूंदी) व 40 मण आटे की पुरी एवं 15 मण आलु व 2 मण टमाटर की सब्जी तैयार की जाएगी वहीं श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरण करने के लिए 35 हजार पत्तल एवं इतने ही दोने का प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह से ही भंडारे की प्रसादी तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसमें 15 से ज्यादा भट्टीयो पर 40 हलवाईओ की टीम प्रसादी बनाने के काम जुटी हुई है।इस मौके पर सरपंच मालती देवी सैनी, पूर्व सरपंच मोती लाल मीणा, मंदिर के पुजारी रामेश्वर मीणा, रामनारायण ठेकेदार, राजकुमार मीणा, विक्रम फौजी, रामनिवास मीणा, रतन लाल सैनी, राजू बैनाड़, लीला राम मीणा, गोपाल प्रसाद लाटा, बाबू लाल चौबे, गोपाल पांचाल, बद्री प्रसाद मीणा, मुल चंद मीणा, सूरजन मीणा, जय राम सैनी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
- राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट