कलेक्टर के आदेश हुए बेअसर : नगरपरिषद व राजस्व विभाग का अवैध कालोनी नियम का मामला ठंडे बस्ते में
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) खैरथल कस्बे में गत शनिवार को जिला कलेक्टर के आदेश पर राजस्व विभाग व नगरपरिषद प्रशासन की ओर से शहर के विभिन्न हिस्सों में बिना नियमन के बस रही अवैध कालोनी व जमकर हो रही प्लाटिंग पर बुलडोजर ले जाकर कालोनाइजरों में भय अवश्य पैदा किया लेकिन उच्च अधिकारियों को सही वास्तविक स्थिति से अवगत नहीं कराने का मामला चर्चा का विषय बन गया है।
उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को कलेक्टर के आदेश पर दोनों विभागों के अधिकारी मय पुलिस व अतिक्रमण हटाओ दस्ता के साथ शहर के खैरथल गांव, हरसोली रोड, पहाड़ी मंदिर के पीछे, लिसाना रोड सहित हुसैन पुर की सीमा से लगते हुए परिषद क्षेत्र में कृषि भूमि पर हो रही अवैध प्लाटिंग को ढहाने व कृषि भूमि को आवासीय योजना में कन्वर्ट कराने के लिए पहुंचे लेकिन मौके पर जाकर अधिकारियों ने कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए मात्र प्लाटिंग वाले स्थान पर जाकर कच्ची ग्रेवल सडक को जेसीबी की मदद से खाई खोद दी और कार्यवाही समाप्त कर वापस लौट आए। मजेदार तथ्य यह है कि कार्यवाही के अगले दिन ही प्लाटिंग करने वाले लोगों ने ट्रेक्टरों से जमीन समतल कर कार्य बदस्तूर चालू कर दिया। वहीं एक कालोनाइजर ने बताया कि हरसोली रोड स्थित एक स्थान पर जिस स्थान पर पक्की सड़क बनी हुई थी वहां से प्रशासन वापस लौट आया।
उधर दूसरी ओर अनेक स्थानों पर यह भी चर्चा रही कि जब जमीन कृषि भूमि की थी तो उस पर आवासीय पट्टे व रजिस्ट्री कैसे कर दी गई। अधिकारियों द्वारा प्रेस नोट के माध्यम से अवगत कराया गया था कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा जबकि शनिवार के बाद से आज तक और स्थानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की तरफ गई। विदित होगा कि पूरे शहर में भूमि परिवर्तन बदल कर एक कालोनी को छोड़कर सभी जगह कृषि भूमि पर आवासीय प्लाट बेच कर पक्के मकान बन गए हैं। प्रशासन का ध्यान जब क्यों नहीं आया। इस संबंध में जब तहसीलदार रामकिशन वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई की गई है जो आगे भी जारी रहेगी। अब नोटिस देने की प्रक्रिया चल रही है वहीं कुछ लोगों द्वारा भूमि परिवर्तन व कन्वर्जन की फाइल लगा रहे हैं। किसी ने ग्रेवल सडक में छेड़छाड़ की तो कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।