कांग्रेस शासन में हुए नगर पालिका में भ्रष्टाचार की जांच को लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/कमलेश जैन) गत 3 वर्षों से कार्यरत नगर पालिका लक्ष्मणगढ़ में चुनाव नहीं होने से अधिकारी एवं कर्मचारीयो ने निरंकुश होकर बेधड़क भ्रष्टाचार से लिप्त होकर कार्य किया। जितेंद्र कुमार शर्मा द्वारा शिकायती पत्र में बताया कि नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया है । आरटीआई लगाने के बावजूद आज तक नजूल संपत्ति के जारी किए गए पट्टे निर्मित सड़कों और नगर पालिका अंतर्गत लगी स्ट्रीट लाइट बिजली की खरीद का ब्यौरा मांगने पर आज तक कोई जानकारी नगर पालिका द्वारा उपलब्ध नहीं कराई है। नगर पालिका का संपूर्ण रिकॉर्ड जप्त कर उच्च अधिकारियों की टीम भेज कर जांच कराई जाए । शिकायती पत्र में बताया कि स्थानीय नागरिक और हमारी संपूर्ण टीम पूर्ण रूप से जांच में सक्रिय सहयोग प्रदान करेंगी। प्रार्थी द्वारा जिला जन अभियोग सतर्कता समिति के समक्ष प्रकरण 7 माह से चल रहा है। और प्रार्थी हर माह की सतर्कता समिति जिले में मंडल प्रतिनिधि उपस्थित हुआ है। किंतु आज तक प्रकरण का निस्तारण नहीं हुआ है। अधिशासी अधिकारी जो आज तक जांचो में उपस्थित नहीं हुआ है। नहीं उनका जवाब संतोषजनक मानते हुए प्रकरण ड्रॉप कर दिया गया । जबकि पूर्व में प्रार्थी टीम ने एक नरेगा घोटाले की जांच कराई थी। जिसमें 230000 रुपए सरकारी कोष में भ्रष्टाचारियों से जमा भी करा दिए गए । यह पूरा घोटाला एक करोड रुपए का है । परंतु संभागीय आयुक्त महोदय के आदेशों के बावजूद 16 दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई है । आज तक भ्रष्टाचारी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मैं उक्त सभी प्रकरणों में भ्रष्टाचार के दस्तावेज उपलब्ध कराऊंगा और आपके द्वारा भेजी गई जांच टीम का पूर्ण सहयोग भी करूंगा।