सांगटेड़ा में बलिदान दिवस मनाया
कोटपुतली (बिल्लूराम सैनी)
कोटपुतली के ग्राम सांगटेड़ा में बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। जोरावर सिंह,फतेह सिंह को 27 दिसंबर 1704 औरंगजेब के आदेश से फतेह सिंह और जोरावर सिंह को धर्म ना बदलने पर दीवार में चुनवा दिया गया था और अपने धर्म की रक्षा के लिए फतेह सिंह और जोरावर सिंह ने प्राणों की आहुति दे दी।जब चुनवाया जा रहा था तब बड़े भाई की आंख में आंसू आ गए तो छोटे भाई ने पूछा कि भैया क्या मौत से आपको डर लगता है इस पर बड़े भाई ने कहा कि मेरे को मौत से डर नहीं लगता है मेरे आंसू इस वजह से आ गए कि पहले जन्म मेरा हुआ और स्वर्ग में पहले भाई तू जा रहा है इसकी खुशी में मेरे को आंसू आ रही है। इस उपलक्ष में आज ग्राम सांगटेड़ा में बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान फतेह सिंह जिंदाबाद, जोरावर सिंह जिंदाबाद के नारों से क्षेत्र गुंजायमान हो गया। इस कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी रतनलाल शर्मा, लीलाराम पंच, मोनू चौधरी,सुगाराम, रोहित बाजिया, सोनू कपुरिया,दीपांशु, दक्ष, संजय बाजिया इत्यादि लोग मौजूद रहे।