डीएसपी पर ग्रामीणों से दुर्व्यवहार के आरोप का मामला :कार्यवाही की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन गुरूवार को भी रहा जारी
कोटपूतली (बिल्लूराम सैनी) कोटपूतली के ग्राम दादुका में लगभग 11 दिनों पूर्व एक महिला की हत्या के मामले में कार्यवाही की मांग को लेकर डीएसपी मदन लाल जैफ के पास गये परिवादी व ग्रामीणों के साथ कथित तौर पर डीएसपी द्वारा किये गये दुर्व्यवहार के आरोप के प्रकरण में कार्यवाही की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन गुरूवार को लगातार दुसरे दिन भी बदस्तुर जारी रहा। उल्लेखनीय है कि ग्राम दादुका निवासी एक महिला विगत 14 दिसम्बर को विराटनगर स्थित अपने पीहर से लापता हुई थी। जिसका शव 17 दिसम्बर को दादुका स्थित एक चाय की दुकान में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला था। प्रकरण में मृतका के ससुर राजेन्द्र रैगर ने कोटपूतली थाने में मालाराम सैनी, भूपसिंह जाट, फूलचंद सैनी, महेन्द्र जाट, अमित मीणा समेत अन्य के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि उक्त लोगों ने महिला से सामुहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी एवं शव को फांसी के फंदे से लटका दिया। मामले में पुलिस आरोपी मालाराम को गिरफ्तार भी कर चुकी है। इसी प्रकरण में बुधवार को भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश मंत्री एड. सुबेसिंह मोरोडिय़ा, आरएलपी नेता सतीश कुमार मांडैया समेत मृतका के ससुर व परिवादी राजेन्द्र कुमार डीएसपी से मिलने गये तो उन्होंने कथित तौर पर दुव्र्यवहार करते हुए बंद कर देने की धमकी भी दी। जिससे ग्रामीणों का आक्रोश फुट पड़ा एवं उन्होंने डीएसपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जो कि गुरूवार को लगातार दुसरे दिन भी बदस्तुर जारी रहा। हालांकि प्रकरण में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नाम तहसीलदार सौरभ गुर्जर को ज्ञापन सौंपकर मामले में लिपापोती का आरोप लगाते हुए डीएसपी को यहां से हटाने व प्रकरण की उच्चाधिकारी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं दुसरी ओर डीएसपी जैफ ने भी ग्रामीणों के आरोप को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि मैने ग्रामीणों से कोई दुव्र्यवहार नहीं किया, प्रकरण में तेज गति से अनुसंधान किया जा रहा है जो भी दोषी होगा उसे किसी भी सुरत में बक्शा नहीं जायेगा। गुरूवार को धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने प्रकरण की निष्पक्ष जांच सीआईडीसीबी से करवाने, डीएसपी जैफ को एपीओ करने व पीडि़त परिवार को सुरक्षा दिये जाने की मांग की। इस दौरान धरने पर रैगर महासभा के ओमप्रकाश, कृष्ण बाकोलिया, महेश कनवाडिय़ा, जगदीश ठेकेदार, बदलूराम आर्य, धर्मेन्द्र, राजेन्द्र, ओमप्रकाश कासोटिया, मिठ्ठन लाल, महेश, नरेन्द्र कुलदीप, आकाश सिंह, दिलबाग समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण व महिलायें भी मौजूद थी।