राजकीय महाविद्यालय खैरथल में हुआ कर्त्तव्य बोध दिवस का आयोजन
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
व्यक्ति द्वारा अपने कर्तव्यों का सही तरह से निर्वहन करने से स्वत: ही अधिकारों की रक्षा होती है। कर्तव्य एवं अधिकार एक दूसरे के पूरक है उक्त विचार अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान उच्च शिक्षा तत्वाधान में स्थानीय इकाई राजकीय महाविद्यालय खैरथल द्वारा आयोजित कर्तव्य बोध दिवस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में ABRSM प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ गंगा श्याम गुर्जर ने व्यक्त किये। व्यक्ति को कर्म प्रधान होना चाहिए लेकिन कर्मणीय एवं अकर्मणीय कार्यों में विभेद करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कर्तव्य प्रधान है एवं अधिकार गौण है। विशिष्ट अतिथि डॉ. कर्मवीर सिंह ने विषय प्रवर्तन करते हुए बताया की रियल हीरो एवं रील हीरो के अंतर को पहचान कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले स्वामी विवेकानंद एवं सुभाष चंद्र बोस जैसे राष्ट्र नायक को अपना आदर्श बनना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. मंजू यादव ने बताया कि शिक्षा से संस्कार निर्माण एवं संस्कार निर्माण से राष्ट्र निर्माण होता है और देश की उन्नति होती है। विकसित भारत संकल्प यात्रा की खैरथल-तिजारा जिला स्तरीय प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदस्य प्रो.नरेंद्र कुमार शर्मा, प्रो.अनूप सिंह, प्रो.राजकुमार गोयल उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आभार डॉ रामकिशोर उपाध्याय ने व्यक्त किया तथा मंच संचालन स्थानीय इकाई सचिव डॉ.विजय कुमार गुप्ता ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के संकाय सदस्य सुश्री सरस्वती मीना , साक्षी जैन, श्री राजवीर सिंह मीणा आदि उपस्थित रहे।