पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती: सेवानिवृत फौजी जगदीश प्रसाद जाखड़ने की नेट उत्तीर्ण
उदयपुरवाटी (नीमकाथाना / सुमेरसिंह राव) यह सच है पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, इस कथन को चरितार्थ कर रहे है पूर्व फौजी जगदीश प्रसाद जाखड़। भारतीय सेना में रहते हुए अपने साहस,शौर्य एवं पराक्रम से राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने वाले बाढ़ की ढाणी बामलास के किसान शिवनाथ सिंह जाखड़ एवं परमेश्वरी देवी के होनहार सुपुत्र जगदीश प्रसाद जाखड़ सेना से सेवानिवृति के पश्चात शिक्षा को हथियार बनाकर काफी कीर्तिमान स्थापित कर युवाओं में प्रेरणास्त्रोत रूप में उभर रहे है। अभी हाल ही में इतिहास विषय में यूजीसी नेट उत्तीर्ण कर सफलता का परचम लहराया है। इनका गत माह में तृतीय श्रेणी अध्यापक सहित दो अलग-अलग विषयों में द्वितीय श्रेणी अध्यापक के रूप में चयन हुआ है। इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता एवं गुरूजनों के साथ साथ अपनी धर्मपत्नी शिक्षिका शकुंतला देवी को दिया है। इस अवसर पर डाॕ.रोहिताश महला,जितेन्द्र बोयल,जेपी खटाणा,राजपाल बगड़िया,शंकर जाखड़,सरपंच जयपाल सहित क्षेत्र के विभिन्न लोगों ने बधाई प्रेषित की है।