भरतपुर से अयोध्या के लिए फरवरी माह से चलेंगी रोडवेज बसें
संभागों की 6 बसों का भी यहां होगा ठहराव
अयोध्या में श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा भी विधि विधान से हो चुकी है। रामलला के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। श्रद्वालुओं की भीड़ के कारण ट्रेन और फ्लाइटों में जगह नहीं मिल रही है। अब राजस्थान सरकार ने अयोध्या तक बस चलाने का निर्णय लिया है । जल्द ही भरतपुर सहित प्रदेश के सभी सात संभागों से रोडवेज बसेंअयोध्या के लिए जायेंगी। सबसे अहम बात यह है कि ये सभी बसें वाया भरतपुर होकर गुजरेंगी। रोडवेज बसों के संचालन होने से जिले के श्रद्वालुओं को आसानी से बसों में सीटें उपलब्ध हो सकेंगी। रोडवेज बसों के संचालन के लिए रोडवेज अफसरों ने रुटचार्ट तैयार करने के अलावा परमिट लिए जाने की कवायद भी प्रारंभ कर दी हैं। सब कुछ ठीक रहा तो अगले माह फरवरी से बस सेवा सुचारू रूप से चलने लगेगी। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गत दिनों प्रदेश के सभी सात संभागों से अयोध्या के लिए सीधी रोडवेज बस चलाने की घोषणा की थी। बसों का संचालन शुरू करने के लिए रोडवेज अफसरों ने कवायद प्रारंभ कर दी है।पिछले कई दिनों से रोडवेज अफसर भरतपुर से अयोध्या तक रूट चार्ट तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा यूपी से परिमिट लेने के लिए कागजी कार्यवाही भी शुरू की जा रही है।रोडवेज अफसरों के मुताबिक पहला रूट भरतपुर से आगरा और वहां से सीधा यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते सैफई कट,कन्नौज, लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद और अयोध्या होगा ।दूसरा रूट भरतपुर से आगरा ,टूंडला, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, इटावा,औरैया, कानपुर , लखनऊ बाराबंकी, फैजाबाद और अयोध्या । जबकि तीसरा रूट भरतपुर से फतेहपुर सीकरी, किरावली, आगरा, फतेहाबाद, इटावा, औरैया ,कानपुर, लखनऊ, फैजाबाद और अयोध्या होगा। ये सभी बसें इन तीनों रूटों से होकर जाएंगी ताकि राजस्थान के अलावा यूपी के विभिन्न शहरों के श्रद्धालु भी अयोध्या पहुंच सके। रोडवेज अफसरों के मुताबिक भरतपुर से अयोध्या की दूरी करीब 600 किलोमीटर है ।इस दूरी को तयकरने में करीबन 8 से 9 घंटे लगेंगे। फरवरी माह में बस का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस संबंध में भरतपुर आगार के मुख्य प्रबंधक शक्ति सिंह ने बताया कि अयोध्या के लिए बस संचालन के लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई है।