गुर्जर आंदोलनकारी 8 वें दिन भी पीलूपुरा रेलवे ट्रेैक पर अडे रहे
भरतपुर, राजस्थान
बयाना (सूरौठ 08 नवम्बर) गुर्जर आरक्षण आंदोलन के आठवें दिन रविवार को भी गुर्जर आरक्षण आंदोलनकारी यहां के पीलुपुरा रेलवे ट्रैक पर अडे रहे। जबकि आज वहां सडक यातायात चालू रहा किन्तु बडे वाहनों व रोडवेज बसों का संचालन आठवें दिन भी बंद रहा। आंदोलन को लेकर यहां पुलिस व प्रशासन के अधिकारी एवं सुररक्षाबलों का भारी जाप्ता तैनात किया गया है जो चप्पे चप्पे पर नजर और पल पल की गतिविधीयों की खबर ले रहा है। रविवार को भी कर्नल किरोडीसिंह बैसला की अनुपस्थिती में उनके पुत्र विजय बैंसला ही आंदोलन की कमान संभाले हुए थे। हालांकि इन्हें दो दिन पूर्व अंादोलन का नेता घोषित कर कमान सौंपी गई थी। रविवार को रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारीयों की संख्या अन्य दिनों से कम थी। किन्तु उनमें जोश उफान मार रहा था। वह कभी अपनी मांगों को लेकर नारे लगाते तो कभी लोकगीत और रसिया गाते। तो कभी आपस में गंभीर चर्चाऐं करते देखे गए। वहीं विजय बैंसला कई बार फोन पर व्यस्त और दूर दराज के समाज के लोगों से आंदोलन को लेकर बातचीत करते रहे। विजय बैंसला इस दिन अपने पिता कर्नल किरोडी बैंसला से मिलने हिंडौन भी गए। जहां उनकी एक बंद कमरे में आंदोलन व सरकार से वार्ता को लेकर गंभीर मंत्रणा हुई बताई। जिसके बाद वह पीलूपुरा टैªक पर वापस लौटे और आंदोलनकारीयों को जानकारी देते हुए बताया कि आज सरकार के मंत्री व दूत वार्ता के लिए आने की संभावना है। इस वार्ता की सहमति लेते हुए बताया कि यह वार्ता यहां के बजाए दूसरी जगह हो सकेगी। जिस पर आंदोलनकारीयों ने शोर शराबा करते हुए कहा कि जो भी वार्ता होगी रेलवे ट्रैक पर सभी के बीच होगी। वह कहीं नही जाऐंगे और जब तक उनकी मांगे नही मानी जाऐंगी। वह ट्रैक खाली नही करेंगे। रविवार को भी आंदोलनकारी दिनभर खेलमंत्री अशोक चांदना व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डाॅ.नीरज के पवन के आने की चर्चाऐें करते रहे। कर्नल किरोडीसिंह बैंसला भी देर शाम को अचानक पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और आंदोलनकारीयों से बात कर वापस हिण्डौन लौट गए।
- राजीव झालानी की रिपोर्ट