लगभग 30 घण्टे बाद सैनिक सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार
बहरोड़ ( अंकित यादव ) 30 घंटे के बाद षनिवार शाम को सैनिक सम्मान के साथ बीएसएफ के जवान नवीन कुमार जांगिड़ की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया गया। हाथों में तिरंगा लेकर नवीन कुमार अमर रहे के नारे लगाते हुए ग्रामीण अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उनका अंतिम संस्कार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने टोल प्लाजा के पास किया गया। यहां जनप्रतिनिधियों ओर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ बीएसएफ के अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित किए। जवान नवीन के पिता मोहनलाल जांगिड़ को अधिकारियों ने तिरंगा सौंपा। जिसे अपने हाथों में लेकर पिता भावुक होकर रोने लगे। इस दौरान पूर्व विधायक बलजीत यादव, भाजपा नेता मोहित यादव, बस्तीराम यादव, कांग्रेस नेता संजय यादव, डा. शानू यादव, डीएसपी तेज कुमार पाठक, सदर थानाधिकारी प्रदीप कुमार, पूर्व सरपंच दरियाव सिंह, विनोद स्वामी, राम नरेश यादव, एडवोकेट प्रशांत यादव, उपवन सोसायटी अध्यक्ष अनिल चैहान सहित ग्रामीण मौजूद रहे। गौरतलब है कि नवीन कुमार बरहामपुर (पश्चिम बंगाल) में तैनात थे। उनके पिता मोहनलाल जांगिड़ के पास गुरुवार (1 फरवरी) को सुबह करीब 9 बजे फोन आया कि उनके बेटे को गोली लगी है, फिर 10 बजे काॅल आया कि नवीन का निधन हो चुका है। जवान की पार्थिव देह शुक्रवार दोपहर पैतृक गांव जखराना पहुंची। इस दौरान परिजन परिजन शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। जिस पर शनिवार को बहरोड़ विधायक डा. जसवंत यादव और बीएसएफ डिप्टी कमांडेंट राजकुमार मौके पर पहुंचे और परिजन और ग्रामीणों से समझाइश की। समझाईस के बाद परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गए। षनिवार षाम को जवान नवीन कुमार जांगिड़ की पार्थिव देह का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। विधायक डा. जसवंत यादव ने 5 लाख रुपए से जवान की स्मृति बनवाने की घोषणा की है। मामलों को लेकर जयपुर से बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजकुमार कहा कि जवान को बीएसएफ के सभी बेनिफिट्स दिए जाएंगे। आपको बता दंे कि परिजन शुक्रवार दोपहर लगभग 1 बजे पार्थिव देह लेकर पहुंचे बीएसएफ के एसआई बलवंत राय से मौत के कारणों की जानकारी करते हुए दस्तावेज मांगें और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सहित मेडिकल रिपोर्ट मांगी, तो उन्होंने कहा कि मेरे पास केवल पेंशन के दस्तावेज हैं। बाकी दस्तावेज सात दिन के बाद मिलेंगे। इसके बाद परिजन दोबारा पोस्टमार्टम और शहीद का दर्जा देने की मांग पर अड़ गए। शाम को प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला कलेक्टर से बात कर पुलिस ने पार्थिव देह समेत ट्रक को कस्टडी में ले लिया।। नवीन की शादी 16 दिसंबर 2023 को करीब 20 दिन की छुट्टी से लौटे थे। नवीन की शादी पांच साल पहले ही गांव नायसराना निवासी पूजा के साथ हुई थी। उनकी ढाई साल की बेटी पूनवी है। नवीन के बड़े भाई जितेंद्र शर्मा रेलवे में सीनियर टेक्निशियन हैं, जो उत्तर प्रदेश के रायबरेली में तैनात हैं। नवीन कुमार की मां नीलम देवी गृहिणी है। पिता मोहनलाल जांगिड़ कारपेंटर हैं। हालांकि वे पिछले दो साल से पैतृक गांव जखराना को छोड़कर बहरोड़ के उपवन सोसाइटी में रहते हैं।