ई - बैकिंग और यूपीआई. से सम्बन्धित जानकारी पर एक व्याख्यान माला का हुआ आयोजन
कोटपूतली (बिल्लूराम सैनी) कस्बे के लाल बहादुर शास्त्री राजकीय महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ के अन्तर्गत "ई - बैकिंग / यू.पी.आई. से सम्बन्धित जानकारी पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबन्धक देवेन्द्र यादव ने अपने उद्बोधन में इंटरनेट बैंकिग / ऑन-लाईन बैकिंग के बारे में छात्राओं को बताया कि ऑन-लाईन बैंकिग हेतु बैंक में खाता होना व बैंक में रजिस्ट्रेशन डाउनलोड करना आवश्यक है। नेट बैंकिग और यू.पी.आई. (यूनिक आईडेंटिफॉयर) में अन्तर बताया। भारत में इंटरनेट बैंकिग की शुरूआत सन् 1996 से हुई। यू.पी.आई. में आप किसी भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन के माध्यम से उपयोग कर सकते है। जबकि इंटरनेट बैंकिग केवल बैंक की बेवसाईट एवं योनो जैसे बैंकिग एप से कर सकते है। इंटरनेट बैंकिग लेनदेन के साथ अपने बैंकिग खाते को भी मैंनेज कर सकते है। उन्होनें कहा कि वर्तमान में साईबर अपराध देश की वित्तीय सुरक्षा के लिए बहुत बडा खतरा बन गया है। साईबर अपराध कम्प्यूटर नेटवर्क के माध्यम से बडे पैमाने पर हो रहा है। साईबर अपराध के प्रकार हैंकिग, धोखाधडी और साईबर स्टोकिंग के खतरों से बचने के उपाय बताये। साईबर अपराध होने पर शिकायत दर्ज करने हेतु साईबर अपराध हैल्प लाईन नम्बर 1930 पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया बताई। इसी के साथ-साथ बैंकिग क्षेत्र में छात्राओं को रोजगार प्राप्ति की प्रक्रिया एवं उच्च शिक्षा के लिए बैंक द्वारा ऋण प्राप्ति की प्रक्रिया के बारे में बताया।कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. अनुभा गुप्ता ने नेटबैंकिग को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए इसका सजगता से प्रयोग करने पर बल दिया। वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. सुरेश कुमार यादव प्रो.पदमा मीणा, सुमन पूनियाँ, ज्योति पाठक, कोमल शर्मा उपस्थित रहें। कार्यक्रम के दौरान महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका प्रो. शोभा जौहरी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर बडी संख्या में छात्राऐं उपस्थित रहीं।